जानिए, गैंगस्टर झिंगाड़ा से क्यों डरे हुए हैं डॉन दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तान
पाकिस्तान को डर है कि झिंगाड़ा को अगर भारत को सौंप दिया गया तो दाऊद इब्राहिम का सारे राज फाश हो जाएंगे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत के साथ दो-दो हाथ करने का कोई मौका पाकिस्तान छोड़ना नहीं चाहता है। ताजा मामला थाईलैंड की अदालत का है जहां दोनों देश गैंगस्टर मुन्ना झिंगाड़ा की कस्टडी की जंग लड़ रहे हैं। हालांकि इस साल अगस्त में कोर्ट ने झिंगाड़ा को भारत को सौंपने का आदेश दे दिया था लेकिन पाकिस्तान ने इसके खिलाफ अपील दायर की है। इसका मतलब साफ है कि झिंगाड़ा को हासिल करने के लिए भारत को अभी इंतजार करना पड़ेगा।
कौन है मुन्ना झिंगाड़ा
मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के सहयोगी छोटा शकील का गुर्गा मुदस्सर हुसैन सईद उर्फ मुन्ना झिंगाड़ा थाईलैंड फरार होने से पहले मुंबई के अपराध जगत का जाना-माना नाम था। वर्ष 1997 में उसने गैंगस्टर से राजनेता बने अरुण गवली के एक करीबी की गोली मार कर हत्या कर थी और देश से फरार हो गया। उसके बाद उसका नाम वर्ष 2000 में सुर्खियों में आया जब उसने दाऊद और छोटा शकील के दुश्मन छोटा राजन पर बैंकाक में हमला किया।
दस साल की हुई थी जेल
इस हमले में छोटा राजन का सहगोयी रोहित वर्मा मारा गया। छोटा राजन बच गया। बाद में पुलिस ने इस हमले के आरोप में मुन्ना झिंगाड़ा को गिरफ्तार कर लिया। उसे 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई। वर्ष 2012 में सजा पूरी करने के बाद उसकी कस्टडी को लेकर भारत को पाकिस्तान के साथ कोर्ट में मुकदमा लड़ना पड़ रहा है।
क्या है पाक की मंशा
सवाल है कि मुंबई के जोगेश्वरी के निवासी झिंगाड़ा को पाकिस्तान अपना नागरिक क्यों साबित करना चाहता है। दरअसल, उसे और उसके पाले-पोसे दाऊद इब्राहिम को डर है कि अगर झिंगाड़ा को भारत को सौंप दिया गया तो उनके सारे राज खुल जाएंगे। पाकिस्तान का कहना है कि झिंगाड़ा का असली नाम मुहम्मद सलीम है और वह उसके पासपोर्ट पर थाईलैंड में घुसा था। इसके अलावा पाकिस्तान ने झिंगाड़ा का फर्जी स्कूली प्रमाणपत्र भी पेश किया है।
भारत के पास ठोस सबूत
पाकिस्तान के फर्जी सबूतों के बरअक्स भारत के पास झिंगाड़ा को अपना नागरिक साबित करने के ठोस सबूत हैं। भारत की ओर से कोर्ट में झिंगाड़ा के परिजनों के डीएनए के साथ उसके बचपन की फोटो भी पेश की गई है। इसलिए पूरी उम्मीद है कि कोर्ट में फैसला भारत के पक्ष में ही आएगा।
दाऊद गैंग करवा सकता है हत्या
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि दाऊद इब्राहिम अपने राज खुलने के डर से झिंगाड़ा की हत्या भी करवा सकता है क्योंकि झिंगाड़ा न सिर्फ पाकिस्तान में दाऊद के ठिकानों के बारे में जानता है बल्कि उसके कारोबार के बारे में भी उसे बखूबी पता है।