राजद सांसद और आइएमए आमने-सामने
राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव द्वारा निजी चिकित्सकों एवं चिकित्सीय जांचों की फीस निर्धारित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आइएमए व भासा ने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके फरमान को जनहित के खिलाफ बताया है। साथ सांसद की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष से करने का ऐलान किया है। वह
मधेपुरा, जागरण संवाददाता। राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव द्वारा निजी चिकित्सकों एवं चिकित्सीय जांचों की फीस निर्धारित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आइएमए व भासा ने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके फरमान को जनहित के खिलाफ बताया है। साथ सांसद की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष से करने का ऐलान किया है। वहीं, सांसद का कहना है कि 13 अक्टूबर को मधेपुरा स्टेडियम में जन अदालत लगाकर चिकित्सकों और पैथोलॉजी सेंटरों की फीस के बाबत निर्णय लिया जाएगा।
उनका कहना है कि जनता के इस हक के लिए अगर उन्हें इस्तीफा भी देना पड़े तो वे सहर्ष तैयार हैं। फिलहाल गांवों-गलियों में बॉक्स लगाकर इस संबंध में जनता से राय मांगी जाएगी। सांसद ने कहा कि अधिकांश नर्सिग होम और पैथोलॉजी सेंटर लूट के अड्डे बन चुके हैं। ऐसा नहीं है तो नर्सिग एक्ट के अनुपालन करने से पीछे हटने की वजह क्या है?
फीस की राशि निर्धारण को ले चिकित्सकों के खिलाफ उठाए गए कदम को असंवैधानिक बताने वालों पर भड़के राजद सांसद ने कहा कि जन प्रतिनिधि होने के नाते धांधली रोकना उनका कर्तव्य है। जनता ने उन्हें जिताया है। इस लड़ाई को रोकना किसी के बूते से बाहर की बात है।
आइएमए द्वारा लोकसभा अध्यक्ष को भेजी गई शिकायत के बाबत सांसद ने कहा कि वे जवाब देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई सभी चिकित्सकों के खिलाफ नहीं है बल्कि यह लड़ाई फर्जी, भ्रष्ट व पैसे कमाने को धर्म मानने वाले डाक्टरों, पूंजीपतियों के हिमायती व गरीबों के दुश्मन जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध है।
सांसद यादव ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कार्य करने वाले डॉक्टर प्राइवेट क्लीनिक चलाते हैं। मरीजों को देखने के नाम पर वहां जो राशि ली जाती है, उसकी रसीद भी नहीं दी जाती। एक्सरे-अल्ट्रासाउंड व पैथालाजिकल जांच आदि के नाम पर गरीब मरीजों से मोटी रकम की वसूली की जाती है और जन प्रतिनिधियों के द्वारा जब इसका विरोध किया जाता है तो वे स्वास्थ सेवा को ठप करने की धमकी देते है। उन्होंने कहा कि जिला निगरानी समिति का अध्यक्ष होने के नाते वे किसी भी सरकारी योजना सहित जनता के हित वाले काम में हस्तक्षेप कर सकते हैं। सांसद ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद व नीतीश कुमार से जनता के हक की इस लड़ाई में साथ देने की अपील की है।
फर्जी चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई: सीएस
सिविल सर्जन डॉ. एनके विद्यार्थी ने कहा कि सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव द्वारा जारी फर्जी चिकित्सकों की सूची जांच की जाएगी और गलत पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। सीएस ने कहा कि सांसद की सूची प्राप्त हो गई है। संबंधित चिकित्सकों को नोटिस भेज कर आवश्यक कागजात की मांग की गई है।