सरकार गिरी तभी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल
देशभर में चुनाव लड़ने की आम आदमी पार्टी (आप) की पूरी तैयारियां इस समय दिल्ली की सरकार चलाने में उलझ गई हैं। खुद अरविंद केजरीवाल के चुनाव लड़ने से लेकर देशभर के उम्मीदवारों का फैसला भी दिल्ली सरकार के संघर्षो में ही अटक गया है। जबकि, पार्टी ने उम्मीदवारों का एलान जनवरी की शुरुआत मे
[मुकेश केजरीवाल], नई दिल्ली। देशभर में चुनाव लड़ने की आम आदमी पार्टी (आप) की पूरी तैयारियां इस समय दिल्ली की सरकार चलाने में उलझ गई हैं। खुद अरविंद केजरीवाल के चुनाव लड़ने से लेकर देशभर के उम्मीदवारों का फैसला भी दिल्ली सरकार के संघर्षो में ही अटक गया है। जबकि, पार्टी ने उम्मीदवारों का एलान जनवरी की शुरुआत में ही करने की योजना बनाई थी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, 'आम चुनाव के लिए पार्टी की पूरी रणनीति अब दिल्ली सरकार के भविष्य पर निर्भर है। अगले कुछ दिन इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होंगे। अगर दिल्ली में सरकार चली जाती है तो केजरीवाल का लोकसभा चुनाव लड़ना लगभग तय है।' इसी तरह दिल्ली विधानसभा के कार्यकाल पर असमंजस की वजह से पार्टी यहां की सात लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवारों के नाम का एलान करने से बच रही है। अगर दिल्ली सरकार गिरी और विधानसभा चुनाव दोबारा होते हैं तो आप को कुछ और कद्दावर नेता विधानसभा में उतारने होंगे। मौजूदा स्थिति बनी रही तो वह इनका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव के लिए करेगी।
पार्टी अब तक दिल्ली से बाहर भी किसी सीट पर उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। जबकि, फैसला किया गया था कि जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। माना जा रहा था कि जनवरी के पूर्वार्ध से ही लिस्ट आनी शुरू हो जाएगी। हालत यह है कि लगातार देरी के बाद बुधवार को पार्टी ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया कि केजरीवाल की अनुपलब्धता की वजह से टिकटों का फैसला नहीं हो पा रहा है।