आपसी विवाद बढ़ने पर पहले भी हो चुकी है ऐसी कार्रवाई जब दोनों को हटा दिया गया हो...
ध्यान देने की बात है कि सीबीआइ निदेशक की तरह गृह सचिव का पद भी दो साल के तय कार्यकाल का होता है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। नंबर एक और दो के बीच लड़ाई में दोनों की कुर्सी छिन जाने की घटना पहली बार सीबीआइ में ही नहीं हुई है। इसके पहले भी गृह सचिव एलसी गोयल की कुर्सी इसी कारण चली गई थी। सरकार ने एलसी गोयल के साथ ही अतिरिक्त सचिव अनंत कुमार सिंह को भी हटा दिया था। ध्यान देने की बात है कि सीबीआइ निदेशक की तरह गृह सचिव का पद भी दो साल के तय कार्यकाल का होता है।
गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एलसी गोयल और अनंत कुमार सिंह की लड़ाई में कई फैसले महीनों लटक जा रहे थे। दोनों अधिकारी फाइल पर एक-दूसरे को काटने में लग रहे थे और कई कई महीने उनके बीच फाइल घूमती रहती थी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दोनों को समझाने और पेशेवर तरीके से फैसले लेने का निर्देश भी दिया था। लेकिन इसके बावजूद उनपर कोई फर्क नहीं पड़ा। यहां तक कि दोनों राजनाथ सिंह को भी अपने-अपने पक्ष में प्रभावित करने की कोशिश करने लगे।
आखिरकार तंग आकर सरकार ने दोनों अधिकारियों को मुक्त करने का फैसला किया। एलसी गोयल ने निजी कारणों का हवाला देकर खुद ही इस्तीफा दे दिया और उन्हें आइटीपीओ का प्रमुख बना दिया गया। वहीं अनंत कुमार सिंह को दूसरे विभाग में भेज दिया गया।