WhatsApp की वार्निंग- ‘यू कैन ऑनली शेयर विद अप टु फाइव चैट्स', जानें पूरा मामला
लिमिट लैपटाप और कंप्यूटरों पर चलाए जाने वाले व्हाट्सएप इंटरनेट वेब वर्जन पर लागू की गई है, मोबाइल फोन से अभी भी 256 लोगों को अपने संदेश शेयर किए जा सकते हैं।
नई दिल्ली [ एजेंसी ]। ‘यू कैन ऑनली शेयर विद अप टु फाइव चैट्स' यदि आपके लैपटाप और कंप्यूटर पर व्हाट्सएप का यह वार्निंग संदेश दिखाई दे तो चौंकिए नहीं। दरअसल, देश में झूठे संदेशों, अवांछित वीडियो और फोटो के कारण बढ़ती भीड़ हिंसा की घटनाओं के बाद संदेशों पर नियंत्रण करने के लिए व्हाट्सएप ने अधिकतम पांच लोगों को मैसेज फारवर्ड करने का नियम रविवार की देर रात से लागू कर दिया है। यह लिमिट लैपटाप और कंप्यूटरों पर चलाए जाने वाले व्हाट्सएप इंटरनेट वेब वर्जन पर लागू की गई है, मोबाइल फोन से अभी भी 256 लोगों को अपने संदेश शेयर किए जा सकते हैं।
कंप्यूटर और लैपटाप के जरिए अब कोई भी व्यक्ति व्हाट्सएप के प्लेटफार्म से किसी भी संदेश फोटो या वीडियो को किन्हीं पांच ही लोगों को फारवर्ड कर सकेगा। अब एक संदेश को तीन लोगों और दो व्हाट्सएप ग्रुप पर फारवर्ड करने के बाद आप जैसे ही अन्य ग्रुप में क्लिक करेंगे, व्हाट्सएप आपको चेतावनी जारी करेगा। आपके मोबाइल स्क्रीन के नीचे बाएं कोने में एक वार्निंग आ गई कि आप इस संदेश को पांच से अधिक लोगों के साथ शेयर नहीं कर सकते। यह प्रतिबंध उन्हीं यूजर्स पर लागू होगा, जो इस ऐप का इस्तेमाल अपने कंप्यूटर या टेबलेट पर करते हैं, लेकिन जल्द ही इसको मोबाइल यूजर्स पर भी लागू करने की संभावना है।
सरकार की नोटिस के बाद हुई पहल
भारत सरकार ने व्हाट्सएप को अपने प्लेटफॉर्म पर भेजे जाने वाले भ्रामक संदेशों पर नियंत्रण लगाने के लिए एक नोटिस भेजा था। व्हाट्सएप को चेतावनी दी गई थी कि प्रभावी कदम नहीं उठाने पर भ्रामक संदेश के कारण हिंसा फैली तो उसे भी दोषी माना जाएगा। सरकार के इस सख्त रुख के बाद ही व्हाट्सएप ने अपने प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग नहीं होने देने की घोषणा की थी। इसके साथ ही व्हाट्सएप ने अपने सभी यूजर्स को इस बारे में विज्ञापनों के जरिए भी सतर्क जारी किया था। साथ ही एडमिन को यह तय करने का राइट भी दिया था कि उसके समूह में कौन आगे मैसेज फारवर्ड कर सकता है और कौन नहीं।
सरकार के नोटिस के बाद से व्हाट्सएप ने संदेशों पर नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें किसी दूसरे की तरफ से आए संदेश को आगे भेजे जाने पर पाने वाले के मोबाइल पर संदेश पहुंचने के बाद उस पर फारवर्ड लिखा हुआ मिलना भी शामिल है। व्हाट्सएप का कहना है कि इससे संदेश पाने वाले को इसके असली नहीं होने या किसी अन्य की तरफ से भेजे जाने की जानकारी मिल जाएगी।