Move to Jagran APP

FASTag: कैसे करेगा काम और राजमार्गों पर भुगतान की परेशानियों को कैसे बनाएगा आसान

राष्ट्रीय राजमार्गों पर भुगतान से जुड़ी परेशानियों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने फास्टटैग लागू किया है। जानें यह कैसे काम करेगा और मुश्किलों को आसान करेगा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 11:04 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 11:06 AM (IST)
FASTag: कैसे करेगा काम और राजमार्गों पर भुगतान की परेशानियों को कैसे बनाएगा आसान
FASTag: कैसे करेगा काम और राजमार्गों पर भुगतान की परेशानियों को कैसे बनाएगा आसान

नई दिल्‍ली, जागरण स्‍पेशल। राष्ट्रीय राजमार्गों पर भुगतान को बढ़ाने और कई तरह की परेशानियों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर आज यानी 15 दिसंबर 2019 से फास्टटैग लेन लागू कर दिया है। लोगों की सहूलियत के लिए केंद्र सरकार ने फास्टटैग को लागू करने की समय सीमा को एक दिसंबर से बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया था, जिससे लोगों को फास्टटैग खरीदने और लगवाने के लिए समय मिल सके।

loksabha election banner

ये है फास्टटैग

फास्टटैग एक रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान स्टिकर है जो वाहन की विंड स्क्रीन पर लगाया जाता है। यह टोल बूथों को वायरलेस और स्वचालित तरीके से शुल्क काटने की सुविधा देता है। इसके कारण वाहन को टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं होती है। यह टैग एक दिसंबर 2017 के बाद बेची गई सभी कारों पर लगाना अनिवार्य है। नई कारों में फास्टटैग लगा आ रहा है केवल आपको सिर्फ इसे रिचार्ज करवाना है।

इतना रख सकते हैं बैलेंस

आरबीआइ के नियमों के मुताबिक, जो उपभोक्ता केवाईसी प्रक्रिया से बाहर रहना चाहते हैं वे फास्टटैग प्रीपेड वॉलेट में 20 हजार से ज्यादा राशि नहीं रख सकते हैं। वहीं केवाईसी कराने वाले उपभोक्ता अपने फास्टटैग प्रीपेड वॉलेट में एक लाख रुपए से ज्यादा राशि नहीं रख सकते हैं।

ऐसे करें रिचार्ज

1- किसी भी बैंक द्वारा जारी फास्टटैग को आप उस बैंक के वेब पोर्टल पर जाकर रिचार्ज कर सकते हैं। उपयोगकर्ता की जानकारी के साथ वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर और फोन नंबर देना होगा। इसके बाद फास्टटैग के साथ संबंधित वॉलेट को नेटबैंकिंग, यूपीआइ या फिर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज कर सकते हैं।

2- बैंक के द्वारा जारी फास्टटैग को यूपीआइ द्वारा ‘माई फास्टटैग एप’ के जरिए भी रिचार्ज किया जा सकता है। यह एप एंड्रॉयड प्ले स्टोर पर ही उपलब्ध है।

3- जो लोग फास्टटैग को अपने बैंक से लिंक कराने के इच्छुक नहीं हैं उनके लिए एनएचएआइ फास्टटैग है, जिसे आप नएचएआइ प्रीपेड वॉलेट से जोड़ सकते हैं। यूपीआइ के जरिए माय फास्टटैग एप को नेट बैंकिंग, यूपीआइ या फिर डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए रिचार्ज कर सकते हैं।

4- बैंक अकाउंट से संबद्ध एनएचआइए फास्टटैग का बैलेंस एक निश्चित राशि से कम होते ही फास्टटैग एप के जरिए एक निश्चित राशि का रिचार्ज हो जाएगा। इसमें उपभोक्ता टॉप अप राशि का चुनाव कर सकता है।

फास्टटैग खरीदना है तो...

फास्टटैग खरीदने के लिए आपको अपना मोबाइल नंबर और वाहन रजिस्टे्रशन दस्तावेज की एक कॉपी जो कि माय फास्टटैग एप में स्टोर होगी या फिर आप अपने बैंक से भी फास्टटैग खरीद सकते हैं।

क्या होगा यदि नहीं लिया फास्टटैग

15 दिसंबर के बाद भी यदि आपने फास्टटैग नहीं लिया और फास्टटैग लेन में प्रवेश किया तो आपको टोल राशि के लिए दोगुना शुल्क चुकाना होगा।

इतने बूथों पर फास्टटैग

राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित अब तक 537 टोल प्लाजा पर फास्टटैग के जरिए आप बिना गाड़ी रोके पार कर सकेंगे।

यह हैं फायदे

फास्टटैग को लेकर सरकार की ओर से कई फायदे गिनाए जा रहे हैं। इनके मुताबिक फास्टटैग लगने से वाहन को टोल बूथों पर लाइन में लगने से मुक्ति मिलेगी। साथ ही टोल बूथ के लिए कैश लेकर नहीं चलना होगा और ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा से डिजिटल पेमेंट में बढ़ोतरी होगी। इसके अतिरिक्त पेट्रोल की बचत से प्रदूषण में कमी और पेपर के इस्तेमाल में कमी से पर्यावरण को भी फायदा होगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.