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धोखाधड़ी मामले में पश्चिम बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार गिरफ्तार

जयप्रकाश के खिलाफ धारा 406 (प्रताड़ना), 420 (जालसाजी) और 504 (डराने-धमकाने) का मामला दर्ज किया गया है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 14 Jan 2017 09:27 PM (IST)Updated: Sat, 14 Jan 2017 10:24 PM (IST)
धोखाधड़ी मामले में पश्चिम बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार गिरफ्तार
धोखाधड़ी मामले में पश्चिम बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार को स्कूल शिक्षक की भर्ती में छात्रों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अरूप रतन मजूमदार नामक छात्र की शिकायत के आधार पर विधाननगर उत्तर थाने में पुलिस के आला अधिकारियों की मौजूदगी में भाजपा नेता से करीब साढ़े आठ घंटे पूछताछ की गई। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर देर शाम करीब साढ़े सात बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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जयप्रकाश के खिलाफ धारा 406 (प्रताड़ना), 420 (जालसाजी) और 504 (डराने-धमकाने) का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि भाजपा नेता ने खुद को बेकसूर करार देते हुए राजनीतिक षडयंत्र के तहत फंसाने का आरोप लगाया है।

क्या है मामला

एसएससी के छात्र अरूप रतन मजूमदार ने बताया कि प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में धांधली के खिलाफ उन लोगों ने 2014 में आंदोलन किया था। उसी वर्ष दिसंबर में हजारों छात्रों ने सॉल्टलेक में शिक्षा भवन का घेराव भी किया था। तब जयप्रकाश मजूमदार कांग्रेस के नेता थे। उन्होंने छात्रों के आंदोलन को ऊपर तक पहुंचाने का आश्वासन देते हुए मामला सुप्रीम कोर्ट ले जाने का भी वादा किया था। इसमें काफी पैसा खर्च होने की बात भी कही। अरूप का कहना है कि 12 दिसंबर, 2014 को उन लोगों ने आंदोलन करने वाले करीब 4000 छात्रों से (200, 300 व 500 रुपये प्रति युवक-युवतियां) से चार लाख रुपये जुटाकर जयप्रकाश को दिए, ताकि सुप्रीम कोर्ट में मामला किया जा सके।

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इसके बाद 2015 के जनवरी में भी 3.20 लाख रुपये उन्हें दिया गया। पर पैसे लेने के महीनों बाद भी मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाना तो दूर हाई कोर्ट तक भी नहीं पहुंचा। इसके हताश छात्र जब जयप्रकाश से अपने पैसे मांगने लगे, तो जयप्रकाश ने उन लोगों को पहचानने से ही इन्कार कर दिया। जब वे सॉल्टलेक स्थित जयप्रकाश के कार्यालय पहुंचे तो उन्हें वहां से भगा दिया गया।

अरूप की मानें तो इस समस्या को लेकर वे प्रदेश के वर्तमान भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष से भी मिले। तब उन्होंने जयप्रकाश से बात कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया, लेकिन कोई बात नहीं बनी। इसके बाद गत 28 अगस्त, 2016 को अरूप ने जयप्रकाश के खिलाफ विधाननगर उत्तर थाने में शिकायत दर्ज कराई। तब तक वह भाजपा में शामिल हो चुके थे।

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