वजन घटाने के लिए इस तरह की डाइट से रहें सावधान, हृदय को हो सकता है ये घातक नुकसान
शोधकर्ताओं को कहना है कि रोजाना 600 से 800 किलो कैलोरी वाली क्रैश डाइट से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज नियंत्रित रहने के साथ ही मोटापा कम हो सकता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। अगर आप वजन घटाने के लिए क्रैश डाइट का सहारा ले रहे हैं तो यह आपके हृदय के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कुछ हफ्तों के लिए अचानक बहुत कम कैलोरी वाले आहार के सेवन को क्रैश डाइट कहते हैं। शोधकर्ताओं को कहना है कि रोजाना 600 से 800 किलो कैलोरी वाली क्रैश डाइट से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज नियंत्रित रहने के साथ ही मोटापा कम हो सकता है लेकिन इससे हृदय की रक्त संचरित करने की क्षमता घट जाती है।
लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 52 वर्ष की औसत उम्र वाले 21 प्रतिभागियों पर अध्ययन किया। इन सभी को आठ हफ्ते तक क्रैश डाइट दी गई। शोधकर्ताओं का कहना कि क्रैश डाइट के शुरुआती परिणाम हृदय के लिए अच्छे नहीं हैं। इसलिए हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को डॉक्टर की सलाह के बिना अपने खानपान में परिवर्तन नहीं करना चाहिए।
हृदय रोग से बचा सकता है विटामिन डी3
क्या आप हृदय रोग से जूझ रहे हैं? तो आपके लिए विटामिन डी3 से मदद मिल सकती है। नए शोध का दावा है कि यह दिल को दुरुस्त करने या क्षति से बचाने में मददगार हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज समेत कई बीमारियों और धमनियों में कोलेस्ट्रॉल और फैट (वसा) के जमा होने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। हड्डियों से संबंधित विटामिन डी3 की उच्च खुराक लेने से फायदा हो सकता है। वैसे धूप में रहने के दौरान विटामिन डी3 स्वभाविक रूप से शरीर में बनता रहता है।
अमेरिका की ओहायो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता टेडेयूज मालिंस्की ने कहा, ‘आमतौर पर विटामिन डी3 का उपयोग हड्डी रोग के उपचार में किया जाता है। लेकिन हाल के अध्ययनों से ऐसे कई लोगों में विटामिन डी3 की कमी पाई गई जिन्होंने हार्ट अटैक का सामना किया था। इसका यह मतलब नहीं है कि विटामिन डी3 की कमी से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है लेकिन यह इसके खतरे को बढ़ा सकता है।’