Weather Forcast: उत्तर भारत में शीत लहर की दस्तक, इन जगहों पर बारिश का अलर्ट
Weather Forcast मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाला क्षेत्र बन रहा हैजो अगले 48 घंटों में तेज होकर दक्षिण तमिलनाडु तट की ओर बढ़ेगा। इसके तमिलनाडु और पुदुचेरी में भारी बारिश होने की संभावना है।
नई दिल्ली, एएनआइ। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। कई जगहों पर शीत लहर चल रही है। वहीं, दिल्ली का न्यूनतम तापमान रविवार को 6.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो 2003 के बाद से नवंबर के महीने में सबसे कम था। भारत मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम अरब सागर पर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में 23 नवंबर से बारिश होने की संभावना है।
मैदानी इलाकों के लिए मौसम विभाग ने शीत लहर का अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहेगा।राजस्थान के अधिकतर इलाकों में शनिवार को न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राज्य के पहाड़ी इलाके माउंट आबू में रात का तापमान एक डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
Mercury level dips in Delhi; India Meteorological Department (IMD) forecasts a minimum temperature of 7° Celsius and a maximum of 24° Celsius today.
Delhi to experience 'Fog/mist in the morning and partly cloudy sky later', as per IMD forecast.
Visuals from Signature Bridge. pic.twitter.com/PkKoqe4QNq— ANI (@ANI) November 22, 2020
आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम अरब सागर पर बन रहा कम दबाव का क्षेत्र गहराता जा रहा है। यह अगले 36 घंटों के दौरान बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी पर बना रहेगा और अगले 48 घंटों के दौरान इसके और अधिक तीव्र होने की संभावना है। यह 25 जनवरी की सुबह तमिलनाडु और पुदुचेरी तट के पास पहुंच जाएगा। तमिलनाडु, पुडुचेरी, करियाकल, केरल और माहे में 24-26 नवंबर तक भारी बारिश होगी।
मौसम ने अनुमान लगाया है कि इस दौरान 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, जो 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ जाएगी। मछुआरों को हिंद महासागर और आसपास के दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
वहीं, श्रीनगर में रविवार को मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। यहां पारा शून्य से 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ज्यादातर स्थानीय लोगों ठंड से बचने के लिए घर के अंदर रहना पसंद कर रहे हैं। बर्फ से ढंके पहाड़ों से सर्द हवाएं चल रही हैं और आने वाले दिनों में कोई सुधार देखने को नहीं मिलेगा।