Weather Forcast: उत्तराखंड में 7 से 9 अगस्त तक बारिश का अलर्ट, जानें मौसम का हाल
इसी बीच कई जगहों पर लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दरअसल गुरुवार को मौसम विभाग ने केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था।
केरल, एएनआइ। देश में कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 7 अगस्त से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 7 अगस्त को देहरादून सहित 6 जिलों में भारी बारिशका अनुमान लगाया गया है। जबकि 8 और 9 अगस्त को प्रदेश में कहीं-कहीं भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
लगातार बारिश से भरा पानी
केरल में लगातार बारिश के कारण मलप्पुरम के नीलाम्बुर क्षेत्र में सड़कों पर जलभराव हो गया। केरल के सीएम पिनराई विजयन ने कहा कि इडुक्की के राजमाला में भूस्खलन पीड़ितों को बचाने के लिए NDRF की टीमों को तैनात किया गया है। पुलिस, फायर, वन और राजस्व अधिकारियों को भी बचाव अभियान करने का निर्देश दिया गया है।
केरल: पानी में डूबा शिव मंदिर
राज्य में लगातार बारिश के बाद पेरियार नदी में जल स्तर बढ़ने से अलुवा में शिव मंदिर जलमग्न हो गया। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र भुवनेश्वर के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा कि 9 और 10 अगस्त को दक्षिणी ओडिशा के कई हिस्सों में भारी बारिश की उम्मीद।
#WATCH Shiva Temple in Aluva submerged as the water level increases in Periyar River following incessant rainfall#KeralaRains pic.twitter.com/3cG0FpI0mW— ANI (@ANI) August 7, 2020
वहीं राजस्थान में अनेक स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा व दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की वर्षा होगी। कश्मीर में कुछ स्थानों पर तथा जम्मू व हिमाचल प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होगी। पहाड़ों में दिन आरामदायक होगा।
कर्नाटक में भूस्खलन के बाद पांच लापता
कर्नाटक में कावेरी नदी के उद्गम स्थल तलकावेरी में तेज बरसात के कारण हुए भूस्खलन के बाद एक पुजारी समेत पांच लोग लापता हो गए। बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं, लेकिन तेज बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
'सिनलाखू' कराएगा झमाझम बारिश
चक्रवाती तूफान 'सिनलाखू' की वजह से अगले दो से तीन दिन में झमाझम बारिश और सामान्य से काफी तेज हवा चलने के आसार हैं। यह अभी बंगाल की खाड़ी में सक्रिय है, जिससे उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में निम्न वायुदाब का क्षेत्र विकसित हो रहा है। इसका असर बुधवार से मौसम में दिखने लगा है। 'सिनलाखू' चार से पांच दिन पहले वियतनाम के पास से सक्रिय हुआ था और यह म्यांमार से होता हुआ बंगाल की खाड़ी पहुंच गया है। इससे कानपुर के साथ ही कानपुर देहात, औरैया, इटावा, फीरोजाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं, बरेली व रामपुर आदि जिलों में बारिश हो सकती है। इसके साथ ही उत्तरी अरब सागर पर निम्न दबाव का नया क्षेत्र बन रहा है। चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र छत्तीसगढ़ उत्तर पूर्व में भी बना है। यह सारे सिस्टम एक अक्षीय रेखा से होकर जा रहे हैं, जिसकी वजह से मानसून में तेजी आने की उम्मीद बढ़ गई है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि 'सिनलाखू' का असर हफ्ते भर तक रह सकता है लेकिन, दो-तीन दिन तक जोरदार बारिश हो सकती है।
वज्रपात की आशंका
मौसम विज्ञानी के मुताबिक तेज हवा, बारिश के साथ ही बिजली गिरने की आशंका है। वर्षा भी लगातार नहीं होगी। एक या सवा घंटे के बीच 30 मिलीमीटर से ज्यादा तेज बारिश के आसार हैं। गुरुवार को अधिकतम तापमान 32.0 और न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, 3.8 मिलीमीटर तक बारिश हुई। हवा की रफ्तार करीब 10 किमी प्रति घंटा रिकार्ड की गई। अधिकतम आर्द्रता 81 और न्यूनतम 73 फीसद रही।