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नया नौसेना अध्यक्ष चुनना बड़ी चुनौती

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। नौसैनिक हादसों की नैतिक जिम्मेदारी ले नौसेनाध्यक्ष पद से एडमिरल डीके जोशी के इस्तीफे ने रक्षा मंत्रालय के लिए अगला नौसेना प्रमुख तय करने का भी उहापोह बढ़ा दिया है। मुंबई तट के करीब पनडुब्बी आइएनएस सिंधुरत्न दुर्घटना पर नाटकीय घटनाक्रम में हुए जोशी के त्याग-पत्र के बाद सरकार को अब मौजूदा अफसरों की कतार

By Edited By: Published: Thu, 27 Feb 2014 09:42 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2014 09:45 PM (IST)
नया नौसेना अध्यक्ष चुनना बड़ी चुनौती

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। नौसैनिक हादसों की नैतिक जिम्मेदारी ले नौसेनाध्यक्ष पद से एडमिरल डीके जोशी के इस्तीफे ने रक्षा मंत्रालय के लिए अगला नौसेना प्रमुख तय करने का भी उहापोह बढ़ा दिया है। मुंबई तट के करीब पनडुब्बी आइएनएस सिंधुरत्न दुर्घटना पर नाटकीय घटनाक्रम में हुए जोशी के त्याग-पत्र के बाद सरकार को अब मौजूदा अफसरों की कतार में भी कई पत्ते फेंटने पड़ेंगे। ऐसे में निगाहें अब वरिष्ठताक्रम में सबसे आगे खड़े पश्चिमी कमान प्रमुख वाइस एडमिरल शेखर सिन्हा पर हैं जिनके कमान में छह मीहने के दौरान तीन पनडुब्बी हादसे हुए हैं।

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सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री एके एंटनी की वाइस एडमिरल शेखर सिन्हा से भी मुलाकात अपेक्षित है। मुंबई में तैनात सिन्हा दिल्ली भी पहुंच रहे हैं। हालांकि इससे पहले गत माह नौसेनाध्यक्ष ने सिन्हा को तलब कर दुर्घटनाएं रोकने तथा इंतजाम चुस्त करने को ताकीद की थी। उल्लेखनीय है कि बीते सात महीने के दौरान करीब एक दर्जन छोटे-बड़े नौसैनिक हादसे हो चुके हैं। सिंधुरक्षक और सिंधुरत्न पनडुब्बी दुर्घटनाओं में 20 नौसैनिकों को जान गंवानी पड़ी है।

वरिष्ठता के लिहाज से सिन्हा आगेनए नौसेनाध्यक्ष पद के लिए अगर वरिष्ठता क्रम के आधार पर ही फैसला हुआ तो सिन्हा को नौसेना की कमान मिल सकती है। हालांकि, उनके साथ ही मौजूदा वाइस चीफ और कार्यवाहक नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल रॉबिन धोवान और पूर्व कमान के मुखिया वाइस एडमिरल अनिल चोपड़ा भी रेस में हैं।

सूत्रों के अनुसार सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों के बीच से चयन की कवायद शुरु कर दी है। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय से प्रस्ताव प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति संबंधी समिति को भेजा जाएगा। इस बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि प्रधानमंत्री समेत उच्च स्तरीय विचार-विमर्श के बाद एडमिरल जोशी का इस्तीफा स्वीकार किया। रक्षा मंत्री ने जोशी को एक अच्छा इंसान और बेहतरीन एडमिरल बताते हुए कहा कि उन्होंने ही मुझसे त्याग-पत्र स्वीकार करने का आग्रह किया था।

इस्तीफे से पहले जोशी ने लिखी थी चिट्ठीनौसेना में दुर्घटनाओं के मद्देनजर एडमिरल जोशी ने बुधवार को निर्धारित कार्यकाल से 15 माह पहले ही इस्तीफा दे दिया। त्याग-पत्र से पहले वरिष्ठ अधिकारियों को लिखी चिट्ठी में जोशी ने कहा कि मैंने अपने आप और पत्नी से सलाह करने के बाद यह कदम उठाया। पनडुब्बी हादसे के बाद मेरा दृढ़ मत था कि मुझे इसकी जवाबदेही और जिम्मेदारी लेनी होगी।


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