कोरोना के योद्धा: मां की मौत की सूचना के बाद भी काम पूरा कर पहुंचीं घर
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा एवं बीसीएम घोड़ाडोंगरी प्रकाश माकोड़े द्वारा इनके काम की सराहना की गई।
बैतूल, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए दूरदराज के इलाके में भी लोग घर की फिक्र किए बिना ड्यूटी में जुटे हुए हैं। बैतूल जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र बादलपुर के ग्राम पहाड़पुर में कार्यरत आशा कार्यकर्ता राजदुलारी मां की मौत की सूचना मिलने के बाद भी गांवों में काम में जुटी रुहीं। काम पूरुा करने के बाद ही वे घर गई।
मां के अंतिम संस्कार के बाद काम पर वापस, पुरस्कृत भी किया गया
गुरुवार शाम को मां के अंतिम संस्कार के बाद वे शुक्रवार को काम पर लौट आई। उनकी कर्तव्यपरायणता को विभाग द्वारा सराहा गया और उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।
आशा कार्यकर्ता को मिला पोस्टर लगाने का काम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि विकासखंड घोड़ाडोंगरी में आशा कार्यकर्ता राजदुलारी मलिक को पोस्टर लगाने का काम दिया गया है। वे पहाड़पुर गांव में जिले से बाहर से आए नागरिकों को चिह्नित कर उनके घरों पर पीले पोस्टर चिपका रही हैं। इससे स्थानीय नागरिक, पड़ोसी सावधानी बरत सकते हैं।
काम के दौरान मोबाइल पर मिली थी मां की मौत की सूचना
काम के दौरान दो अप्रैल को राजदुलारी को मोबाइल पर मां की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद दो घंटे में अपना काम खत्म करने के बाद राजदुलारी घर पहुंचीं एवं अपनी मां के अंतिम दर्शन किए। शुक्रवार को राजदुलारी फिर से काम पर पहुंच गई। विकासखंड घोड़ाडोंगरी के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा एवं बीसीएम घोड़ाडोंगरी प्रकाश माकोड़े द्वारा इनके काम की सराहना की गई। डॉ. संजीव शर्मा ने राजदुलारी को प्रोत्साहन स्वरूप व्यक्तिगत रूप से 1000 रुपये का चेक दिया।
मप्र में कोरोना पॉजिटिव की स्थिति
- शुक्रवार को मिले नए मरीज- 00
- अभी तक कुल मरीज- 120
- कोरोना से मौत- 08
- पॉजिटिव मिले जमाती- 04 (अभी तक मिले कुल संक्रमित मरीजों में से, रिपोर्ट गुरुवार रात को आई थी। 120 में ये शामिल हैं)।