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हेलीकॉप्टर व बोफोर्स रक्षा सौदे में इटली कनेक्शन

रक्षा सौदों में दलाली का मामला कोई नया नहीं है। आजादी के बाद से ही ऐसे रक्षा घोटालों के खुलासे की खबर से देशभर में कोहराम मचता रहा हैं। इसकी आंच में कई बार सरकार आई तो कई बार नेताओं की कुर्सी भी गई। 1

By Edited By: Published: Wed, 13 Feb 2013 05:10 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2013 11:51 AM (IST)
हेलीकॉप्टर व बोफोर्स रक्षा सौदे में इटली कनेक्शन

नई दिल्ली। रक्षा सौदों में दलाली का मामला कोई नया नहीं है। आजादी के बाद से ही ऐसे रक्षा घोटालों के खुलासे की खबर से देशभर में कोहराम मचता रहा हैं। इसकी आंच में कई बार सरकार आई तो कई बार नेताओं की कुर्सी भी गई। 1987 का बोफोर्स कांड गवाह है कि किस तरह इस घोटाले ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से सत्ता छीन ली और वीपी सिंह को सरकार बनाने का मौका मिला। अब, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद सौदे को लेकर भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया है। इटली में इस हेलीकॉप्टर कंपनी के साथ सौदे को लेकर तकरीबन साढ़े तीन सौ करोड़ की घूस देने की बात सामने आई हैं। बोफोर्स तोप के बाद एक बार फिर वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद सौदे में इटली का नाम जुड़ने के बाद देश की राजनीति में हड़कंप मच गया हैं।

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देश के बड़े नेताओं की यात्राओं के लिए इटली की अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से खरीदे गए हेलीकॉप्टरों के सौदे में दलाली के आरोप सामने आने के बाद रक्षा खरीद सौदे में वायुसेना की छवि दागदार होती दिख रही है। इटली की जांच एजेंसियों ने आरोप लगाया है कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों के सौदे में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी को रिश्वत दी गई थी। यह रिश्वत फिनमेकानिका कंपनी को फायदा पहुंचाने की नीयत से दी गई। यह सौदा करीब 3500 करोड़ रुपये का है और इसमें लगभग 350 करोड़ रुपये की दलाली खाए जाने के आरोप सामने आए हैं।

त्यागी पर आरोप है कि उन्होंने घूस लेकर टेंडर के नियमों में बदलाव किया था। इससे फिनमेकानिका कंपनी को फायदा पहुंचा और उसे टेंडर मिल गया। उधर, रक्षा मंत्री एके एंटनी ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों सौदे में हुई दलाली के मामले में कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वो देशी हो या विदेशी। इसकी सीबीआई जांच की जा रही है।

इस बाबत जारी रिपोर्ट के मुताबिक त्यागी बंधुओं के जरिए ही एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी को अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टरों के लिए घूस दी गई। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी ये तय नहीं हो पाया है कि घूस कितनी दी गई। एयर चीफ मार्शल एस पी त्यागी 2004 से 2007 तक एयरफोर्स चीफ थे। रिपोर्ट के मुताबिक इसी दौरान घूस की रकम दी गई। हाशके को त्यागी बंधुओं के जरिए ये पता चला कि भारतीय रक्षा मंत्रालय हेलिकॉप्टर खरीद की योजना बना रहा है। हाशके ने ओरसी और कंपनी के दूसरे लोगों को कहा कि वो ये डील करवा सकता है। हाशके ने कथित तौर पर त्यागी बंधुओं के जरिए पहले एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी को घूस दी और निविदा की शतर्ें बदलवा दीं।

रिपोर्ट के मुताबिक अगस्ता हेलीकॉप्टर खरीद प्रक्रिया में हिस्सा ले सकें इसके लिए उड़ान क्षमता की ऊंचाई की शर्त 18000 फीट से घटा कर 15000 फीट कर दी गई। घूस देकर एक फ्लाइट ट्रायल की शर्त भी जोड़ दी गई जिसमें तीसरे इंजन के साथ भी अगस्ता को हिस्सा लेने का मौका मिल गया। आखिरकार 8 फरवरी, 2010 को ऑगस्टा के साथ 12 हेलीकॉप्टरों की डील साइन कर ली गई। आरोप है कि 3546 करोड़ रुपए की इस डील में कम से कम 370 करोड़ की दलाली दी गई। इसमें से करीब 200 करोड़ रुपये लंदन में बैठे रक्षा दलाल माइकल क्रिश्चियन के जरिए इटली और भारत में घूस दी गई।

इससे पहले 1987 में खुलासा हुआ था कि स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारतीय सेना को तोपें सप्लाई करने का सौदा हथियाने के लिये 64 करोड़ रुपयों की दलाली चुकाई। उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और प्रधानमंत्री थे राजीव गांधी। स्वीडन की रेडियो ने सबसे पहले 1987 में इसका खुलासा किया। इसे ही बोफोर्स घोटाला या बोफोर्स कांड के नाम से जाना जाता हैं। आरोप था कि राजीव गांधी परिवार के नजदीकी बताए जाने वाले इतालवी व्यापारी ओत्तावियो क्वात्रोक्की ने इस मामले में बिचौलिये की भूमिका अदा की, जिसके बदले में उसे दलाली की रकम का बड़ा हिस्सा मिला। कुल चार सौ बोफोर्स तोपों की खरीद का सौदा 1.3 अरब डालर का था। आरोप है कि स्वीडन की हथियार कंपनी बोफोर्स ने भारत के साथ सौदे के लिए 1.42 करोड़ डालर की रिश्वत बांटी थी।

खास क्यों हैं वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर :

- तीन से चार चालक दल के साथ आठ सैनिक ढोने की क्षमता।

- 14,600 किलोग्राम वजन उठाने की क्षमता, तीन इंजनों वाला हेलीकॉप्टर।

- 309 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम रफ्तार।

- 15,000 हजार फीट है फ्लाइंग हाइट।

- एक बार में लगातार 833 किलोमीटर तक उड़ सकता है।

- ईएच 101 व मर्लिन के नाम से भी जाना जाता हैं।

- मिसाइल हमलों से बचाव के लिए चेतावनी सिस्टम से लैस।

- स्वदेशी अवॉक्स प्रणाली से युक्त।

क्या है घोटाला :

- वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के लिए भारत ने फिनमेकानिका कंपनी के साथ फरवरी 2010 में सौदा किया।

- भारत सरकार का फिनमैकानिका कंपनी के साथ लगभग 4000 करोड़ का सौदा।

- सौदे के तहत भारत को 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मिलने थे।

- हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल प्रधानमंत्री समेत दूसरे नेताओं को करना था।

- इटली की कंपनी ने तीन हेलीकॉप्टरों की सप्लाई भी की।

- बाकी बचे नौ हेलीकॉप्टरों की डिलिवरी पर रोक लगाई।

- रक्षा मंत्रालय ने इस सौदे की सीबीआइ जांच का आदेश दिया।

- इटली में फिनमेकानिका कंपनी के सीईओ गिरफ्तार।

वायुसेना अध्यक्ष एसपी त्यागी पर आरोप :

- 2006 में हेलीकॉप्टर सौदे के लिए टेंडर निकाला गया।

- 2006 में वायुसेना अध्यक्ष थे एसपी त्यागी।

- संजीव त्यागी एसपी त्यागी के करीबी रिश्तेदार।

- संजीव त्यागी दिल्ली के बड़े कारोबारी।

- कथित दलाली में जांच के घेरे में तीन भारतीयों में संजीव त्यागी भी।

- 2006 में तकनीकी जरूरतों को बदला गया।

- अगस्ता वेस्टलैंड को कथित बदलाव के बाद फायदा।

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