सीआइएसएफ की तैनाती का निर्णय वापस ले सकता है विश्वभारती विश्वविद्यालय, जानें क्या है वजह
सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपने परिसर में सीआइएसएफ की तैनाती की मांग करने वाला विश्व भारती विवि अब इस योजना को वापस ले सकता है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती विश्वविद्यालय ने कैंपस की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल सीआइएसफ को तैनात करने का फैसला लिया था। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने केंद्र सरकार और मानव संसाधन मंत्रालय से लिखित अनुरोध किया था, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी भी दे दी थी लेकिन इस बीच खबर यह आ रही है कि विश्वभारती विवि सीआइएसफ की तैनाती नहीं चाहता। इसके पीछे सीआइएसएफ की तैनाती पर होने वाला भारी-भरकम खर्च को वजह बताई जा रही है।
सुरक्षा बजट से अधिक है सीआइएसएफ की तैनाती पर आने वाला खर्च
सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपने परिसर में सीआइएसएफ की तैनाती की मांग करने वाला विश्व भारती विवि अब इस योजना को वापस ले सकता है क्योंकि अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती पर आने वाला खर्च विश्वविद्यालय के सुरक्षा बजट से कहीं अधिक है। सूत्रों के अनुसार सीआईएसएफ द्वारा शांतिनिकेतन परिसर के सुरक्षा ऑडिट में अनुमानित खर्च विवि के सुरक्षा बजट से चार गुना अधिक आया है। सूत्र ने कहा, 'सीआइएसएफ ऑडिट में परिसर में सुरक्षा के लिए जितने खर्च का अनुमान लगा है वह विवि के बजट से चार गुना अधिक है। इसलिए सरकार इस योजना को वापस लेने पर विचार कर सकती है।''
सीआइएसएफ की तरफ से नहीं दिया गया है संभावित खर्च का ब्योरा
सीआइएसएफ के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी को बताया कि उनकी तरफ से संभावित खर्च का कोई ब्योरा नहीं दिया गया था। उन्होंने बस सुरक्षा के लिए जरूरी सामान, जवानों के लिए बैरेक और सुरक्षा में लगने वाले जवानों की संख्या के बारे में प्रशासन को बताया था।
इस बारे में विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। बता दें कि गृह मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में विवि में सीआइएसएफ की तैनाती के लिए अपनी मंजूरी दी थी। इसके बाद विश्व भारती विवि देश का का पहला ऐसा कैंपस बन गया था, जिसकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल को तैनात किया जा रहा था। वहीं सीआइएसएफ की तैनाती को लेकर माकपा की छात्र इकाई ने विरोध किया था।