Violence Across India: जुमे की नमाज के बाद कई राज्यों में भड़की हिंसा, हावड़ा में इंटरनेट सेवा बंद, रांची में एक की मौत
Violence Across India जुमे की नमाज के बाद रांची के एकरा मस्जिद से नारे लगाते निकली भीड़ ने जमकर उपद्रव किया। गाडि़यों में तोडफोड़ की कुछ जगहों पर आगजनी की गई। मजहबी नारे लगाए गए। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया ।
जागरण टीम, नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विरोध और भाजपा से निलंबित नुपुर शर्मा व निष्कासित नवीन जिंदल की गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को नमाज के बाद देशभर में मुस्लिम संगठन सड़क पर उतर गए। उनके उग्र प्रदर्शन से अराजकता का माहौल रहा। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जमकर बवाल किया गया। दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर भड़काऊ नारेबाजी और प्रदर्शन किया गया। सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन झारखंड की राजधानी रांची में हुआ। कई पुलिसवाले घायल हुए। कोलकाता में भी उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा। राजस्थान के कई जिलों में भी प्रदर्शन किया गया। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, मगर पुलिस की सक्रियता से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
रांची में पुलिस को भी बनाया निशाना, फायरिंग में एक की मौत
रांची में हिंसक भीड़ की पत्थरबाजी और पुलिस व उपद्रवियों के बीच गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें आठ लोगों को गोलियां लगी हैं। पथराव में एसएसपी और सिटी एसपी समेत कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए। इस दौरान शहर के संकटमोचन मंदिर पर की पत्थरबाजी भी गई। यहां राह चलते लोगों को पीटा भी गया। बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की गाड़ी भी इस दौरान उपद्रवियों की चपेट में आ गई। उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें वहां से निकाला।
हावड़ा में भाजपा के कार्यालय फूंके, थाने पर हमला
उपद्रवियों ने कोलकाता से सटे हावड़ा में भाजपा के दो कार्यालयों को निशाना बनाया। पार्टी ने दावा किया कि उलबेड़िया में जिला भाजपा कार्यालय एवं पांचला स्थित कार्यालय में तोड़फोड़ की और फिर उन्हें आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने डोमजूर थाने पर भी हमला किया, जिसमें 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। उलबेड़िया में पुलिस वैन और पुलिस बूथ में भी आग लगा दी। यहां पथराव से लेकर बम तक फेंके गए। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार हावड़ा जिले में 13 जून को सुबह 6 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश में नमाज के बाद उपद्रव, लाठीचार्ज, 116 गिरफ्तार
शुक्रवार को नमाज के बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों में मुस्लिमों ने उग्र प्रदर्शन किए। प्रयागराज में प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें मुस्लिमों ने जमकर पथराव व आगजनी की। इस दौरान वहां के आइजी व एसएसपी घायल हो गए। प्रयागराज में आक्रोशित भीड़ ने एक दुकान और बाइक में आग लगाने के साथ ही पीएसी के ट्रक में भी आग लगाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग को काबू में किया। पथराव में आइजी व एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। सहारनपुर, देवबंद, हाथरस और अंबेडकरनगर में भी पथराव किए गए। पुलिस ने पूरी सख्ती करते हुए उपद्रवकारियों पर नियंत्रण किया। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज समेत छह जिलों में उपद्रव और पथराव करने वाले 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रयागराज से 15, सहारनपुर से 31, देवबंद से 14, हाथरस से 24, अंबेडकरनगर से 23, मुरादाबाद से सात और फिरोजाबाद से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश के डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि सहारनपुर, प्रयागराज समेत जिन जिलों में लोगों ने प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की कोशिश की, पुलिस उनसे संयम और सख्ती से निपटी है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
दिल्ली में भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश
नमाज के बाद दिल्ली में जामा मस्जिद से निकले कुछ नमाजियों ने भड़काऊ नारे लगाकर लोगों को उकसाने की कोशिश की। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रदर्शन से पल्ला झाड़ लिया। कहा कि उन्हें नहीं पता था कि यहां प्रदर्शन होने वाला है। जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमएआइ) के लोगों के होने की चर्चा से उन्होंने अनभिज्ञता जताई।
यहां भी प्रदर्शन, उपद्रव
-बिहार के आरा में 10 से 12 हजार मुस्लिम सड़क पर उतर आए और रास्ता जाम कर दिया।
-जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह में मस्जिद में जमा लोगों ने पथराव किया तो हिंदू समुदाय के लोगों ने भी इसका जवाब दिया।
-महाराष्ट्र के औरंगाबाद, कर्नाटक के कलबुर्गी और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद समेत कई शहरों में प्रदर्शन हुए। रैलियां भी निकाली गई।
बांग्लादेश के कई शहरों में भी हुआ विरोध प्रदर्शन
बांग्लादेश के कई शहरों में भी प्रदर्शन हुए। जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों से बाहर निकले लोगों ने नारे लगाए और बांग्लादेश सरकार से टिप्पणी की निंदा करने और भारतीय सामान के बहिष्कार की मांग की।
हिंदू समाज ने भी प्रतिक्रिया दी तो मामला पलट सकता है : विहिप
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने ऐसे प्रदर्शनों पर मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध लोगों को चेताते हुए कहा कि ऐसे मामले एकतरफा नहीं होते हैं। अगर हिंदू समाज ने भी प्रतिक्रिया दी तो मामला पलट सकता है। इसलिए उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास रखना चाहिए। दिल्ली में विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि जो लोग इस तरह के ¨हसक प्रदर्शन कर रहे हैं, लगता है उनका देश की न्याय व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। मामले की जांच चल रही है, ऐसे में तोड़फोड़ उचित नहीं है।
राज्य की जनता के नाम मेरा संदेश 🙏
View attached media content - Banna Gupta (@ur_banna) 10 June 2022