Vikas Dubey के साले राजीव निगम ने कहा गलत करने वाले के साथ हमेशा गलत होगा
गैंगस्टर विकास दुबे के साले राजीव (राजू) निगम को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने छोड़ दिया है। निगम ने कहा कि विकास ने कौन सा अच्छा काम किया था जो उसके साथ अच्छा होता।
शहडोल, जेएनएन। गैंगस्टर विकास दुबे के साले राजीव (राजू) निगम को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने छोड़ दिया है। निगम ने कहा कि विकास ने कौन सा अच्छा काम किया था जो उसके साथ अच्छा होता। उसने गलत काम किया तो उसके साथ भी गलत हुआ। उसने निर्दोष पुलिसवालों को मारा, जिसका परिणाम उसे भुगतना पड़ा। निगम ने कहा कि मुझे एसटीएफ की टीम ने बहुत अच्छी तरह से रखा।
कोई दिक्कत नहीं हुई। मेरे साथ पुलिस ने कुछ गलत नहीं किया। मैंने भी पुलिस को बता दिया कि विकास से पिछले कई सालों से मेरी बातचीत नहीं हुई है। आप मेरा मोबाइल भी देख सकते हैं। पुलिस ने जो पूछा, मैंने बताया। मैं और मेरा बेटा निर्दोष थे। यही कारण है कि मुझे उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने सकुशल घर भिजवा दिया। मप्र-उप्र पुलिस ने दिया मेरा साथ निगम ने बताया कि चाहे मध्य प्रदेश की पुलिस हो, चाहे शहडोल या फिर उत्तर प्रदेश की। सबने मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया।
मुझे अच्छी तरह से रखा गया और खाना खिलाया। किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। मुझे किसी से कोई गिला-शिकवा नहीं है। सुबह 11 बजे पहुंचे घर एसटीएफ की टीम से रिहा होने के बाद निगम बेटे आदर्श के साथ शनिवार सुबह लगभग 11 बजे मध्य प्रदेश के बुढ़ार पहुंचे। एसटीएफ ने उन्हें एक वाहन से घर तक भेजा था। उनकी पत्नी पुष्पा निगम ने उनका स्वागत किया। इसके बाद राजीव से मिलने उनके दोस्त भी घर पहुंचे।
अब जाकर खोलूंगा अपनी दुकान निगम ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन से बहुत परेशान रहा हूं। अब आ गया हूं तो अपनी भूसे की दुकान खोलूंगा। मेरा विकास दुबे से लंबे अरसे से कोई संबंध नहीं है। मुझे विकास दुबे का साला होने की कीमत चुकानी पड़ी और 15 साल बाद मुझे इस तरह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा।