भूखे मजदूरों का जंगली फल खाने का वीडियो निकला फर्जी, एसडीएम पर लगा था पिटाई का आरोप
वायरल वीडियो में एक मजदूर आरोप लगा रहा है कि जब उन्होंने राशन मांगा तब यहां आए एसडीएम (अनुविभागीय अधिकारी) ने उनकी पिटाई करवा दी।
श्योपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में मजदूरों का भूख से बेहाल होने पर जंगली फल खाने का वीडियो पुलिस जांच में फर्जी निकला है। मजदूरों को लालच देकर यह वीडियो बनाया गया था, जिसमें विजयपुर एसडीएम पर मारपीट के आरोप भी लगाए गए थे। पुलिस ने मजदूरों के ठेकेदार और वीडियो बनाने वाले युवक पर मामला दर्ज कर लिया है।
21 दिन के लॉकडाउन घोषित होने पर भी नहीं बंद हुआ काम
श्योपुर जिले के मगरदा के पास क्वांरी नदी पर कई महीनों से पुल निर्माण का काम चल रहा है। निर्माण कार्य जौरा के ठेकेदार वीरेंद्र करा रहा है। निर्माण में 50 से अधिक मजदूर लगे हैं। कोरोना वायरस के कारण 21 दिन का लॉकडाउन घोषित होने के बाद भी ठेकेदार ने पुल का काम बंद नहीं किया और न ही मजदूरों को उनके घर जाने दिया। जब मजदूरों ने खर्च के लिए ठेकेदार से रुपये मांगे तो ठेकेदार ने रुपये देने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनवा लिया। इसमें मजदूर कह रहे हैं कि हम गरीब मजदूर भूखे मर रहे हैं। केंद्र सरकार और प्रशासन हमारी मदद करे।
छह अप्रैल को सोशल मीडिया में वीडियो किया था वायरल
वीडियो में एक मजदूर आरोप लगा रहा है कि जब उन्होंने राशन मांगा तब यहां आए एसडीएम (अनुविभागीय अधिकारी) ने उनकी पिटाई करवा दी। इन मजदूरों के सात से आठ वीडियो पहलवान धाकड़ नामक युवक ने बनाकर छह अप्रैल को सोशल मीडिया पर वायरल किए थे।
दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया ने सात अप्रैल को ही पर्दाफाश करते हुए बता दिया था कि यह साजिश है, क्योंकि जो युवक राशन नहीं मिलने और एसडीएम पर पिटाई के आरोप लगा रहा है, वह कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत से 50 किलो गेहूं का बोरा लेकर आया था। पुलिस ने पटवारी की रिपोर्ट पर ठेकेदार वीरेंद्र कुशवाह व पहलवान धाकड़ के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।