उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बोले, गोवा में 57 साल में 30 सरकारें बनना चिंता की बात
उपराष्ट्रपति ने कहा कि 30 सरकारें बनना हर तरह से बहुत बड़ी गिनती है। इन 30 सरकारों में से 11 का कार्यकाल छह से 344 दिन के बीच रहा है। यानी ये सरकारें एक साल भी सत्ता में नहीं रहीं। तीन सरकारों का कार्यकाल एक से दो साल रहा।
पणजी, आइएएनएस। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गोवा में राजनीतिक अस्थिरता पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य में 57 वर्षो में 30 सरकारें बनने को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। गोवा विधायक दिवस के मौके पर मौजूदा और पूर्व विधायकों से बात करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपने भीतर झांककर देखना चाहिए कि राजनीतिक रूप से गोवा इतना अस्थिर क्यों रहा है।
राज्य में पांच बार लगा राष्ट्रपति शासन
नायडू ने कहा, '30 सरकारें बनना हर तरह से बहुत बड़ी गिनती है। इन 30 सरकारों में से 11 का कार्यकाल छह से 344 दिन के बीच रहा है। यानी ये सरकारें एक साल भी सत्ता में नहीं रहीं। तीन सरकारों का कार्यकाल एक से दो साल रहा। पांच साल का कार्यकाल केवल तीन सरकारों ने पूरा किया। राज्य में पांच बार कुल 639 दिनों के लिए राष्ट्रपति शासन भी लगाया गया।'
राजनीतिक स्थिरता रहती तो राज्य और प्रगति करता : नायडू
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उचित कारणों से कार्यकाल के बीच में सरकारों का गिरना लोकतंत्र में स्वीकार्य है, लेकिन बार बार ऐसा होना राजनीतिक स्थिरता पर सवाल खड़ा करता है। इस दौरान नायडू ने राज्य की जनता और सरकारों की इस बात के लिए सराहना भी की कि यह छोटा राज्य विकास के मामले में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि अगर यहां राजनीतिक स्थिरता रहती तो राज्य और प्रगति करता।