Vice President Jagdeep Dhankhar: उप राष्ट्रपति ने धर्मगुरुओं से किया आग्रह- देहदान को लेकर दूर करें लोगों का भ्रम
महर्षि दधीचि जयंती की बधाई देते हुए उप राष्ट्रपति ने उनके जीवन दर्शन को अपनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन ऋषिकेश की साध्वी भगवती सरस्वती द्वारा “सकारात्मकता से संकल्प विजय का” नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
नई दिल्ली, एजेंसी। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने रविवार को धर्मगुरुओं से आग्रह किया कि वे अंग व देहदान (Organ and Body Donation) को लेकर लोगों के भ्रम को दूर करने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि इसमें मीडिया भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वह महर्षि दधीचि (Maharshi Dadhichi) की जयंती पर दधीचि देहदान समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान धनखड़ ने कहा कि अंगदान का निर्णय लोगों के लिए बेहद संवेदनशील मुद्दा है, क्योंकि यह धार्मिक मान्यता से भी जुड़ता है। ऐसे में धर्मगुरुओं का आगे आना जरूरी है। उन्होंने इसके लिए लोगों की सहायता करने वाला तंत्र बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
“सकारात्मकता से संकल्प विजय का” नामक पुस्तक का विमोचन
महर्षि दधीचि जयंती की बधाई देते हुए उप राष्ट्रपति ने सभी से उनके जीवन दर्शन को अपनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश की साध्वी भगवती सरस्वती द्वारा “सकारात्मकता से संकल्प विजय का” नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इसकी पहली प्रति उप राष्ट्रपति को भेंट की गई।
कार्यक्रम में इन लोगों की रही उपस्थिति
इस दौरान पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, आलोक कुमार, वरिष्ठ अधिवक्ता और दधीचि देह दान समिति के संरक्षक, अंगदाताओं के परिवारिक सदस्य, 22 राज्यों के गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, डॉक्टर और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए।