राज्यसभा कर्मी की हत्या पर सभापति ने मांगी हरियाणा सरकार से रिपोर्ट
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही श्रद्धांजलि के बाद सभापति नायडू ने सदन को अटेंडेंट अशोक कुमार की हत्या की जानकारी दी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : हरियाणा में बढ़ी हिंसक घटनाओं को लेकर राज्यसभा में चिंता जताई गई। सभापति वेंकैया नायडू ने खुद बहादुरगढ में राज्यसभा के चैंबर अटेंडेंट अशोक कुमार की हत्या को गंभीर मानते हुए हरियाणा सरकार से रिपोर्ट मांगी है। वहीं सूबे में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अत्याचार की घटनाओं में बढ़ोतरी पर भी गंभीर चिंता जताते हुए कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने केंद्र सरकार से इसे रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया।
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही श्रद्धांजलि के बाद सभापति नायडू ने सदन को अटेंडेंट अशोक कुमार की हत्या की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अशोक को 30 दिसंबर को गोली मार दी गई। यह गंभीर बात है। इसीलिए वह हरियाणा सरकार से इस घटना की रिपोर्ट मांग रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार से रिपोर्ट मंगाने का निर्देश राज्यसभा के महासचिव को सदन में ही दिया।
हरियाणा में महिलाओं और बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न और हिंसा की घटनाओं का मामले उठाने के दौरान कुमारी शैलजा ने भी अटेंडेंट की हत्या को सूबे में बिगड़ी कानून व्यवस्था का परिणाम बताया। कांग्रेस नेता ने कहा कि बहादुरगढ, गुडगांव, भिवानी, पलवल, हिसार, फरीदाबाद समेत हरियाणा के कई शहरों और जिलों में महिलाओं और बच्चियों के साथ शर्मनाक हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार हो रही हैं। राज्य सरकार इसे रोक पाने में नाकाम हो रही है। इसलिए केंद्र को इसे गंभीरता से लेते हुए जरूरी कदम उठाना चाहिए।
शैलजा ने महिलाओं के साथ बढ़ती हिंसा के लिए सिनेमा, मीडिया और सोशल मीडिया को भी काफी हद तक जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि मंचों पर महिलाओं का जिस तरह चित्रण किया जाता है, उससे भी उनके खिलाफ हिंसा को बढ़ावा मिल रहा है। सभापति नायडू ने भी शैलजा की इस राय से सहमति जताते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़ी खबरों को पेश करने के तरीके पर मीडिया को भी चिंतन करना चाहिए। सिनेमा और मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर महिलाओं के आपत्तिजनक चित्रण को लेकर भी सभापति ने सभी पक्षों को चिंतन की सलाह दी।