केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने एनडीटीवी इंडिया पर प्रतिबंध को उचित बताया
राजग सरकार मीडिया की स्वतंत्रता की सबसे अधिक चिंता करती है। ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण देश की संप्रभुता और सुरक्षा को प्रभावित करेगा।
चेन्नई, प्रेट्र। सूचना व प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने समाचार चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगे एक दिन के प्रतिबंध को उचित बताया है। साथ ही इसकी आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने शनिवार को यहां स्पष्ट किया कि हिंदी समाचार चैनल पर प्रतिबंध का फैसला देश की संप्रभुता और सुरक्षा के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
एक प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री ने कहा, राजग सरकार मीडिया की स्वतंत्रता की सबसे अधिक चिंता करती है। ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण देश की संप्रभुता और सुरक्षा को प्रभावित करेगा। आपातकाल के काले दिनों के बारे में बात करने के लिए उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की खिंचाई की। वेंकैया ने कहा, 'मैं आश्चर्यचकित हूं। कुछ लोग आपातकाल जैसी स्थिति के बारे में बोल रहे हैं।
मुझे नहीं पता कि कैसे वे कह रहे हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है। लोगों को जानना चाहिए कि 2005-14 के दौरान सप्रंग सरकार ने 21 मामलों में कई टीवी चैनलों को बंद करने का आदेश दिया था। इनमें 'वयस्क' प्रमाणपत्र वाली फिल्म दिखाने वाले 13 मामले थे। एक स्टिंग ऑपरेशन दिखाने पर एक चैनल पर 30 दिनों का प्रतिबंध लगा था।'
उन्होंने कहा, 'देश की जनता काफी समझदार है। वह जानती है कि मध्यरात्रि में आपत्तिजनक दृश्यों को दिखाना और आतंक-रोधी अभियानों की लाइव कवरेज के दौरान सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों के जीवन को जोखिम में डालना, इनमें किससे देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा हितों को गंभीर खतरा पहुंच सकता है।'
चैनल पर प्रतिबंध देश में दूसरा आपातकाल लाएगा : करुणानिधि
चेन्नई, प्रेट्र। द्रमुक ने एनडीटीवी इंडिया पर एक दिन के प्रतिबंध को 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन' करार दिया है। उसके अनुसार, यह देश में दूसरा आपातकाल लागू करने को बढ़ावा देगा। पार्टी अध्यक्ष एम करुणानिधि ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की।
93 वर्षीय नेता ने कहा कि ताजा कार्रवाई ने उस आपातकाल की याद दिला दी, जब पार्टी के मुखपत्र 'मुरासोली' में उनके लेखों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
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