सीरोपॉजिटिव लोगों में सात दिन बाद ही एंटीबॉडीज का स्तर बढ़ा देती है वैक्सीन
अध्ययन में पाया गया कि सीरोपॉजिटिव लोगों में वैक्सीन की पहली डोज देने के सात दिन बाद ही एंटीबॉडीज का स्तर असाधारण रूप से ज्यादा बढ़ गया। जबकि सीरोनिगेटिव लोगों में टीके की पहली खुराक के 14 दिन बाद एंटीबॉडीज के स्तर में वृद्धि देखी गई।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सीरोपॉजिटिव लोगों पर कोरोना रोधी वैक्सीन के पहले डोज का असर हफ्ते भर में ही दिखने लगता है। 135 लोगों पर कराए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि जो लोग सीरोपॉजिटिव थे, उनमें टीका लगाने के सात दिन बाद ही एंटीबॉडीज का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया। सीरोपॉजिटिव लोग वो हैं, जो कभी न कभी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और उनमें एंटीबॉडीज की मौजूदगी की ज्यादा संभावना रहती है।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आइजीआइबी) और मैक्स अस्पताल द्वारा यह अध्ययन किया गया। अध्ययन में पाया गया कि सीरोपॉजिटिव लोगों में वैक्सीन की पहली डोज देने के सात दिन बाद ही एंटीबॉडीज का स्तर असाधारण रूप से ज्यादा बढ़ गया। जबकि, सीरोनिगेटिव लोगों में टीके की पहली खुराक के 14 दिन बाद एंटीबॉडीज के स्तर में वृद्धि देखी गई।
आइजीआइबी के विज्ञानी शांतनु सेनगुप्ता ने कहा कि जनवरी के अंत में साकेत, गुरुग्राम और शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल की शाखाओं में यह अध्ययन शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि सीरोपॉजिटिविटी बूस्टर डोज की तरह काम करती है।