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अगले महीने से तिगुनी हो सकती है टीकाकरण की रफ्तार, जानें सरकार का प्‍लान, क्‍या कहते हैं आंकड़े

एक मई से शुरू हुए टीकाकरण के तीसरे चरण की सुस्त रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन शुरुआती दिक्कतों के बाद अब इसमें तेजी आई है और अगले दो महीने में इसकी रफ्तार तिगुनी होने की उम्मीद जताई जा रही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 08:29 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 12:28 AM (IST)
अगले महीने से तिगुनी हो सकती है टीकाकरण की रफ्तार, जानें सरकार का प्‍लान, क्‍या कहते हैं आंकड़े
अगले दो महीने में इसकी रफ्तार तिगुनी होने की उम्मीद जताई जा रही है।

नीलू रंजन, नई दिल्ली। एक मई से शुरू हुए टीकाकरण के तीसरे चरण की सुस्त रफ्तार ने सरकार की चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन शुरुआती दिक्कतों के बाद अब इसमें तेजी आई है और अगले दो महीने में इसकी रफ्तार तिगुनी होने की उम्मीद जताई जा रही है। मई में अभी तक औसतन 15 लाख डोज प्रतिदिन लगाई जा रही है जो एक दिन पहले 29 लाख डोज तक पहुंच गई है। यही नहीं, राज्यों के पास केंद्र की ओर से भेजे जा रहे टीके की पर्याप्त डोज भी मौजूद हैं।

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51.6 करोड़ डोज उपलब्ध कराने का वादा

वैक्सीन पर उच्चाधिकार समिति के प्रमुख डा. वीके पॉल ने जुलाई तक वैक्सीन की कुल 51.6 करोड़ डोज उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। इससे भी टीकाकरण की मौजूदा रफ्तार के तीन गुना तक बढ़ने की उम्मीद है। अभी तक देश में वैक्सीन की कुल 20.57 करोड़ डोज लगाई गई हैं। यदि पांच फीसद औसत बर्बादी को भी मान लें तो इस हिसाब से 31 जुलाई तक लगभग 30 करोड़ डोज लगनी बाकी है।

क्‍या कहते हैं आंकड़े

अगले 64 दिनों में 30 करोड़ डोज देने का मतलब है कि प्रतिदिन लगभग 47 लाख डोज लगानी होगी। यह संख्या मई के औसतन 15 लाख डोज प्रतिदिन की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है। इसके अलावा मई में केवल 1.5 लाख डोज सप्लाई करने वाला रशियन डायरेक्ट इंवेस्टवेंट फंड जून से स्पुतनिक-वी की सप्लाई बढ़ाने का दावा कर रहा है और इसे लोगों को लगाने के लिए डा. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने अपोलो अस्पताल के साथ समझौता भी कर लिया है।

बढ़ेगी टीकाकरण की रफ्तार

स्पुतनिक-वी की बढ़ती सप्लाई को देखते हुए नेशनल टास्क फोर्स ऑन इम्युनाइजेशन (एनटागी) इसे सरकार के टीकाकरण अभियान का हिस्सा बनाने पर विचार रही है। स्पुतनिक-वी की सप्लाई बढ़ने के अनुरूप टीकाकरण की गति को भी बल मिलेगा।

वैक्सीन सप्लाई में वृद्धि का असर दिखा

वैक्सीन की सप्लाई में वृद्धि का असर नजर भी आने लगा है। जहां मई में औसतन 15 लाख डोज प्रतिदिन लग रही थी, उसकी तुलना में 27 मई को कुल 29 लाख डोज दी गईं। 28 मई को इस आंकड़े को भी पार कर जाने की उम्मीद है। पॉल ने कहा कि आने वाले दिनों में इसमें लगातार बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। राज्यों के पास मौजूद वैक्सीन डोज से इसकी पुष्टि भी होती है।

राज्‍यों के पास 2.24 करोड़ डोज

शुक्रवार की सुबह के आंकड़ों के मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गई वैक्सीन में से राज्यों के पास अभी कुल 2.24 करोड़ डोज उपलब्ध हैं। इनमें से उत्तर प्रदेश के पास 30.98 लाख डोज हैं। वहीं राजस्थान के पास 17 लाख, मध्य प्रदेश के पास 14.13 लाख, बिहार के पास 5.42 लाख, पंजाब के पास 2.81 लाख , हरियाणा के पास 3.28 लाख, झारखंड के पास 9.21 लाख और दिल्ली के पास 1.83 लाख डोज उपलब्ध हैं।

अगस्त से वैक्सीन उत्पादन में तेजी की उम्मीद

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वैक्सीन की ज्यादा दिक्कत सिर्फ जुलाई तक रहेगी। अगस्त से देश में वैक्सीन का उत्पादन कई गुना बढ़ने की उम्मीद है। सीरम इंस्टीट्यूट ने मौजूदा 6.5 करोड़ डोज से बढ़ाकर अगस्त से 11 करोड़ डोज प्रति महीने उत्पादन का दावा किया है। इसी तरह से भारत बायोटेक भी मौजूदा दो करोड़ डोज से बढ़ाकर अगस्त में 6.5 करोड़ डोज और सितंबर से 10 करोड़ डोज उत्पादन का दावा कर रही है।

स्पुतनिक-वी का भी उत्‍पादन होगा तेज

इसके अलावा पैनेसिया बायोटेक ने भी अगस्त से स्पुतनिक-वी का बड़े पैमाने पर उत्पादन का एलान किया है। वहीं दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल में चल रही वैक्सीन को जोड़कर सरकार देश में अगस्त से दिसंबर के बीच 215 करोड़ डोज वैक्सीन उत्पादन का दावा पहले ही कर चुकी है। 


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