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देश में अब तक 1.63 करोड़ से ज्‍यादा लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्‍सीन, सरकार ने दिए ये निर्देश

देश में अब तक 1.63 करोड़ से अधिक कोविड वैक्‍सीन की खुराक लोगों को दी गई है। एक मार्च से शुरू हुए टीकाकरण के दूसरे चरण में अब तक 60 साल से ज्‍यादा उम्र के 844884 लोगों को कोरोना वैक्‍सीन की पहली खुराक दी गई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 11:53 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 12:21 AM (IST)
देश में अब तक 1.63 करोड़ से ज्‍यादा लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्‍सीन, सरकार ने दिए ये निर्देश
देश में अब तक 1.63 करोड़ से अधिक कोविड वैक्‍सीन की खुराक लोगों को दी गई है।

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। देश में टीकाकरण अभियान तेजी से जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो 16 जनवरी से लेकर बुधवार शाम सात बजे तक 1.63 करोड़ (1,63,14,485) से अधिक कोविड वैक्‍सीन की खुराक दी गई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक एक मार्च से शुरू हुए टीकाकरण के दूसरे चरण में अब तक 60 साल से ज्‍यादा उम्र के 8,44,884 लोगों को कोरोना वैक्‍सीन की पहली खुराक दी गई है। इसी तरह 45 साल से अधि‍क उम्र के बीमारियों से जूझ रहे 1,04,263 लोगों को कोविड वैक्‍सीन लगाई गई है। 

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केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय (Union Health Ministry) के मुताबिक अब तक 67,75,619 स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को पहली जबकि 28,24,311 को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। यही नहीं अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे 57,62,131 कर्मचारियों को पहले जबकि  3,277 को कोविड वैक्‍सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अब तक कोविड वैक्‍सीन की कुल 1,63,14,485 डोज लाभार्थियों को दी जा चुकी है।  

सरकार का जोर देश में तेजी से कोविड वैक्‍सीन लगाने पर है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार ने सभी सक्षम निजी अस्पतालों को टीकाकरण की अनुमति दी है। अब सरकार की ओर से 24 घंटे टीकाकरण की मंजूरी दी गई है। केंद्र सरकार का साफ कहना है कि देश में कोविड-19 वैक्‍सीन की कोई कमी नहीं है। टीकाकरण केंद्रों पर किसी भी समय टीका लगाया जा सकता है। देश में प्रशिक्षित कर्मियों की भी कोई कमी नहीं है। यही कारण है कि निजी अस्पतालों को वैक्सीन सेंटर के रूप में इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। 

इस बीच भारत में विकसित कोवैक्सीन को कोरोना संक्रमण रोकने में 81 फीसद कारगर पाया गया है। 25,800 लोगों पर किए गए तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के अंतरिम डाटा से साफ हुआ है कि यह स्वदेशी वैक्सीन ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्वरूप पर भी प्रभावी है। इसके साथ ही तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजों ने वैक्सीन के खिलाफ बोलने वालों का मुंह भी बंद कर दिया है। यह वैक्‍सीन ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्वरूप पर भी पूरी तरह कारगर साबित हुई है। इस वैक्‍सीन को अब तक 40 देश खरीदने की इच्छा जता चुके हैं।


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