यासीन भटकल को रिमांड पर लेगी यूपी एटीएस
वाराणसी के शीतला घाट बम धमाके के आरोपी और इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासीन भटकल से पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को विशेष अदालत से अनुमति मिलने के बाद उत्तर प्रदेश आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) भी उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रहा है। एटीएस को कई अहम सुराग मिले हैं जिसक
लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। वाराणसी के शीतला घाट बम धमाके के आरोपी और इंडियन मुजाहिदीन के सह संस्थापक यासीन भटकल से पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को विशेष अदालत से अनुमति मिलने के बाद उत्तर प्रदेश आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) भी उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रहा है। एटीएस को कई अहम सुराग मिले हैं जिसको मुकाम तक पहुंचाने में भटकल सहायक साबित हो सकता है।
एनआइए की दस अगस्त से पहले ही भटकल से पूछताछ पूरी हो जाएगी। फिर रिमांड पर मांगने की प्रक्रिया शुरू होगी। वैसे कई और राज्य भी उसे रिमांड पर लेने की कतार में हैं। वाराणसी के शीतला घाट बम धमाका मामले में एटीएस उसे रिमांड पर मांगेगा। इसके अलावा भी कई ऐसे राज हैं जिनका जवाब भटकल से ही मिल सकता है। बहराइच में लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में इंटेलीजेंस ब्यूरो ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी।
अफजल उस्मानी को 28 अक्टूबर को नेपाल बार्डर से गिरफ्तार किया गया। वह बहराइच के रुपईडीहा थाना क्षेत्र के भारत व नेपाल सीमा पर अमवा तेतार गांव में बहन सूफिया खातून के यहां छिपकर रह रहा था। वह 20 सितंबर को मुंबई सेशन कोर्ट के पांचवें तल से पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। इंडियन मुजाहिदीन के 21 सदस्यों के साथ पेशी पर गए अफजल के भागने की योजना यासीन भटकल के साथ आजमगढ़ के असदुल्लाह अख्तर ने बनाई थी। एटीएस इस सच्चाई को जानने के लिए भटकल को रिमांड पर लेगा और संभव है कि उसे वाराणसी के शीतला घाट और बहराइच के रुपईडीहा ले जाया जाए। एटीएस टीम भटकल से इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों की आमदरफ्त, उनके शरणदाता, नेपाल कनेक्शन और सफेदपोश सहयोगियों के बारे में भी जानकारी हासिल करेगा।
गौरतलब है कि वाराणसी में सात दिसंबर, 2010 को शीतला घाट पर हुए विस्फोटों में भटकल की भूमिका थी, जिसे इंडियन मुजाहिद्दीन के सदस्य तहसीन अख्तर ने अंजाम दिया था। अख्तर ने शीतला घाट पर हुए विस्फोटों में भटकल की संलिप्तता के बारे में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को बताया था। शीतला घाट मुख्य दशाश्वमेध घाट से बिल्कुल सटा हुआ है। यहां शाम की आरती के तुरंत बाद विस्फोट हुए थे, जिसमें दो साल की एक बच्ची की मौत हो गई थी, जबकि 36 से अधिक लोग घायल हो गए थे।