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DATA STORY: ये हैं अमेरिका के लंबे युद्ध, अफगानिस्तान से सबसे अधिक समय तक चल रहा उसका वार

अब अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की सिर्फ एक टुकड़ी ही रहेगी जिसका मकसद होगा वहां अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा करना। अमेरिकी सैनिक लगभग 20 वर्षों से अफगानिस्तान में हैं। अगर अमेरिका के इतिहास को देखें तो अफगानिस्तान में उसके सैनिक सबसे अधिक समय तक रहे।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 09:12 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 04:09 PM (IST)
DATA STORY: ये हैं अमेरिका के लंबे युद्ध, अफगानिस्तान से सबसे अधिक समय तक चल रहा उसका वार
अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर से पहले अफगानिस्तान से वापस आएंगे (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, अनुराग मिश्र। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उनकी इच्छा है कि सभी अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर से पहले अफगानिस्तान से वापस आ जाएं। इसके साथ जो बाइडेन ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में जो नाटो देशों के तकरीबन 7000 सैनिक हैं, वे भी अपने-अपने देश वापस लौट जाएंगे। अब अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की सिर्फ एक टुकड़ी ही रहेगी, जिसका मकसद होगा वहां अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा करना। अमेरिकी सैनिक लगभग 20 वर्षों से अफगानिस्तान में हैं। अगर अमेरिका के इतिहास को देखें तो अफगानिस्तान में उसके सैनिक सबसे अधिक समय तक रहे।

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अफगानिस्तान से तनातनी और युद्ध 2001 में शुरू हुआ था और वहां पर अमेरिकी सेना 19 साल छह माह से है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अफगानिस्तान युद्ध पर अक्टूबर 2001 से सितंबर 2019 के बीच 778 अरब डॉलर खर्च हुए हैं। वहीं, अगर वियतनाम युद्ध की बात करें तो वह 10 साल दो माह चला। वियतनाम युद्ध में अमेरिका की असल भूमिका 9 फरवरी 1965 से शुरू हुई, जब उसने अपनी सेना वियतनाम भेजी। कॉर्प्स हॉक लड़ाकू मिसाइल को डा नांग स्थित अमेरिकी एयरबेस की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया। इस कदम को अंतरराष्ट्रीय जगत ने पहली बार वियतनाम में अमेरिकी दखल की तरह लिया था। राष्ट्रवादी ताकतों (उत्तरी वियतनाम) का मकसद देश को कम्युनिस्ट राष्ट्र बनाना था।

1969 में युद्ध चरम पर था। अमेरिका ने पांच लाख सेना युद्ध में झोंक दी। इसके चलते अमेरिकी सरकार अपनी ही जनता की आलोचना की शिकार होने लगी। बाद में दबाव में आकर अमेरिका युद्ध से पीछे हट गया। जनता और विपक्ष के दबाव में आकर 1973 में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने सेना वापस बुला ली। इसके बाद 1975 में कम्युनिस्ट फोर्सेस ने वियतनाम के सबसे बड़े शहर साइगोन पर कब्जा कर लिया। इसी के साथ युद्ध खत्म हो गया।

अमेरिका-इराक युद्ध 2003 में शुरू हुआ। इसके बाद अमेरिका और इराक के बीच की तनातनी चलती रही। इराक में अमेरिकी सेना का दखल 2012 तक रहा। यह युद्ध करीब 8 साल नौ माह तक चला। अमेरिकी राष्ट्रपति बुश ने युद्ध की शुरुआत की थी। यही वह दौर था, जब आदेश के साथ ही अमेरिकी नौ सेना की क्रूज मिसाइलों ने इराक की राजधानी बगदाद में कई जगहों पर हमले किए। बगदाद शहर बम और हवाई हमलों की आवाज से गूंज रहा था और इसके साथ ही सद्दाम हुसैन के लंबे शासन का अंत होने जा रहा था।

एक महीने से भी कम वक्त में बगदाद अमेरिका के नियंत्रण में आ गया। सिर्फ 21 दिनों में अमेरिका ने इराक के तमाम बड़े शहरों को अपने कब्जे में ले लिया था , लेकिन सद्दाम हुसैन अमेरिका की पकड़ से दूर था। 13 दिसंबर , 2003 में अमेरिका को सद्दाम हुसैन को पकड़ने में कामयाबी मिली। वहीं अगर अमेरिका के अन्य बड़े विदेशी युद्धों की बात करें तो प्रथम विश्व युद्ध 1 साल सात माह , द्वितीय विश्व युद्ध 3 साल आठ माह , कोरियन वार तीन साल एक माह , फिलीपींस अमेरिकी वार तीन साल एक माह और स्पेनिश-अमेरिकी वार 8 माह चला।


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