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पावेल ने जाना अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर मोदी का नजरिया

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। गांधीनगर में मुख्यमंत्री निवास पर अमेरिकी राजदूत नैंसी पावेल एक सूबे के मुखिया से नहीं बल्कि विपक्ष के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार से मिलने पहुंची थीं। भारत में चुनावी हवा का रुख भांप भाजपा के पीएम प्रत्याशी की ओर दोस्ती का कदम बढ़ाते हुए मिलने पहुंची पावेल और मोदी के बीच एक घंटे की चर्चा में मुद्दों का मिजाज भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय था। चर्चा में मोदी के शासन मॉडल के अलावा अफगानिस्तान के हालात और भारतीय महिला राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के साथ हुई बदसलूकी को लेकर भारत-अमेरिका रिश्तों में आई खटास भरने के उपाय जैसे मुद्दे अहम थे।

By Edited By: Published: Thu, 13 Feb 2014 10:12 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2014 08:18 AM (IST)
पावेल ने जाना अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर मोदी का नजरिया

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। गांधीनगर में मुख्यमंत्री निवास पर अमेरिकी राजदूत नैंसी पावेल एक सूबे के मुखिया से नहीं बल्कि विपक्ष के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार से मिलने पहुंची थीं। भारत में चुनावी हवा का रुख भांप भाजपा के पीएम प्रत्याशी की ओर दोस्ती का कदम बढ़ाते हुए मिलने पहुंची पावेल और मोदी के बीच एक घंटे की चर्चा में मुद्दों का मिजाज भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय था। चर्चा में मोदी के शासन मॉडल के अलावा अफगानिस्तान के हालात और भारतीय महिला राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के साथ हुई बदसलूकी को लेकर भारत-अमेरिका रिश्तों में आई खटास भरने के उपाय जैसे मुद्दे अहम थे।

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लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक नेताओं से संपर्क की कड़ी में गुजरात पहुंचीं अमेरिकी राजदूत ने कहा, 'भारत महत्वपूर्ण और रणनीतिक भागीदार है और अमेरिका भारतीय जनता द्वारा चुनी जानी जाने वाली सरकार के साथ निकटता से कार्य करने की राह देख रहा है।' अमेरिकी दूतावास के मुताबिक चर्चा के दौरान अमेरिका-भारत रिश्तों के महत्व, क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, मानवाधिकार और भारत में अमेरिकी व्यापार व निवेश पर चर्चा हुई। कुछ महीने में अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी शुरू करने जा रहे अमेरिका की इस मामले पर भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार के विचार जानने की जिज्ञासा लाजिमी थी।

मोदी ने गुजरात में चलाई राज्य सरकार की योजनाओं को युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा। मोदी ने गुजरात के सहकारी डेयरी मॉडल और महिला सशक्तीकरण का खासतौर पर जिक्र किया। अमेरिकी राजदूत ने राज्य में बच्चों के लिए चल रही चिरंजीवी योजना की सराहना के साथ ही कहा कि गुजरात में त्वरित निर्णय व पारदर्शी शासन व्यवस्था को लेकर अमेरिकी उद्योग जगत काफी उत्साहित है।

मोदी ने पावेल और साथ आए अधिकारियों के सामने अमेरिका में भारतीय महिला राजनयिक देवयानी खोबरागडे़ के साथ हुए दु‌र्व्यवहार के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक भागीदारी जरूरी है। लिहाजा, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। साथ ही मोदी ने मुंबई पर आतंकी हमले में शामिल लोगों को सजा दिलाने और आतंकवाद पर वैश्विक मापदंड बनाने की बात कही। मोदी ने अमेरिकी राजदूत को बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत अमेरिकी संबंधों की मजबूत नींव रखी थी।

मोदी से अब तक दूरी बनाए रखने वाला अमेरिका काफी दिनों से दोस्ती की पींगें बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। भारतीय राजनीति में उनके बढते कद और विधानसभा चुनाव में हैट्रिक के बाद से ही अमेरिका की नजर गुजरात पर टिकी थी। इस कड़ी में बीते कुछ महीनों में पर्दे के पीछे कई कोशिशें चलीं।

हालांकि, 2005 में वीजा इन्कार को लेकर नाराज मोदी ने सकारात्मक संकेत नहीं दिए। बताया जाता है कि भाजपा नेता अरुण जेटली और अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मध्यस्थता के बाद मकर संक्रांति को मोदी व अमरीकी राजदूत नैंसी पावेल की मुलाकात तय हुई।

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