अांतकी हाफिज सईद को बड़ा झटका, अमेरिका ने MMLको किया आतंकी संगठन घोषित
अमेरिका ने हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया।
नई दिल्ली (एएनआइ)। मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफित सईद को अमेरिका ने एक बार फिर तगड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने मंगलवार को हाफिज सईद की राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। इसका मतलब है कि पाकिस्तान की राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिश में जुटे हाफिज सईद ने जिस राजनीतिक पार्टी का गठन किया था वह अब अमेरिका के आतंकी संगठनों की लिस्ट में शामिल हो गई है।
MML के 7 सदस्य भी आतंकी करार
अमेरिका के राज्य विभाग ने मंगलवार को आंतकी संगठनों की सूची में पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयब्बा (एलइटी) और तहरीक-ए-आजादी-ए कश्मीर (ताजक) को शामिल करने के लिए संशोधन प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान अमेरिका ने हाफिज सईद के राजनीतिक संगठन मिल्ली मुस्लिम लीग के 7 सदस्यों को भी लश्कर-ए-तैयबा की ओर से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण विदेशी आतंकी घोषित किया है।
दो अप्रैल को अमेरिकी डिपार्टमेंट द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, लश्कर को विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) के तौर पर इमीग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट की धारा 219 के तहत और विशेष रूप से नामित ग्लोबल आतंकवादी (एसडीजीटी) के तहत कार्यकारी आदेश 13224 के रूप में नामित किया गया है। अमेरिका के संशोधन प्रस्ताव के परिणामस्वरूप, लश्कर की संपत्ति व अमेरिकी अधिकार क्षेत्र के अधीन संपत्ति में रुचियां अवरुद्ध हैं और अमेरिका के लोगों को समूह के साथ किसी भी तरह के लेन-देन में शामिल होने से मना कर दिया गया है। आमतौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिकों को लश्कर (एलइटी) के साथ किसी भी प्रकार के लेन-देन में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा है।
हाफिज को झटका
गौरतलब है कि मिल्ली मुस्लिम लीग पर अमेरिका ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है, जब पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने एमएमएल को राजनीतिक दल के रूप में मंजूरी नहीं दी है। पाकिस्तान का चुनाव आयोग एमएमएल के एक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण के लिए आवेदन को भी खारिज कर चुका है, क्योंकि आंतरिक मंत्रालय ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ उसके संबंधों पर आपत्ति जताई थी। वहीं, चौतरफा दबाव के बाद पाकिस्तान में हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन घोषित कर दिया गया है। इसके लिए राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक ऐसे अध्यादेश पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा प्रतिबंधित व्यक्तियों और लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा तथा तालिबान जैसे संगठनों पर लगाम लगाना है। हाफिज सईद को लेकर पाकिस्तान हमेशा से ही नरमी बरतता आया है। यही वजह है कि वो अब पाकिस्तान की राजनीति में अपने पैर पसारने की कोशिश में जुटा था, जिसके चलते उसने मिल्ली मुस्लिम लीग का गठन किया। उसकी पार्टी ने 23 मार्च को लाहौर में अपना घोषणापत्र भी जारी किया था। हालांकि अब अमेरिका के इस झटके से हाफिज सईद का तिलमिलाना तय माना जा रहा है।
2008 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है हाफिज सईद
बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा का गठन 1980 में हुआ। 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में हाफिज सईद के इसी संगठन का हाथ है, जिसमें 166 लोगों की जान चली गई थी। अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाने के बावजूद एलइटी पाकिस्तान में खुलेआम पब्लिक रैली और चंदा इकट्ठा करता आया है। यहां तक की पाकिस्तान सरकार की नाक के नीचे आतंकी हमले के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाता आया है। 26 दिसंबर, 2001 में अमेरिका ने लश्कर को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया। वहीं, लश्कर के सरगना हाफिज सईद को भी वैश्विक आतंकी घोषित किया।