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क्वारंटाइन में अलकायदा आतंकी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर, अमेरिका ने भेजा भारत

आतंकियों को मदद मुहैया कराने का आरोपी अलकायदा आतंकी जुबैर को अमेरिका ने भारत के हाथों प्रत्यर्पित कर दिया।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 08:37 AM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 08:37 AM (IST)
क्वारंटाइन में अलकायदा आतंकी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर, अमेरिका ने भेजा भारत
क्वारंटाइन में अलकायदा आतंकी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर, अमेरिका ने भेजा भारत

नई दिल्ली, एएनआइ। अमेरिका ने अलकायदा (al Qaeda) आतंकी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर (Mohammed Ibrahim Zubair) को भारत के हाथों प्रत्यर्पित कर दिया है। यह जानकारी गुरुवार को मिली। अमेरिका में आतंकियों तक संसाधनों को मुहैया कराने का जुबैर पर आरोप था। तेलंगाना पुलिस के उच्चाधिकारियों के अनुसार,  बुधवार को जुबैर अमृतसर पहुंचा और उसे वहां क्वारंटाइन (quarantine) रखा गया। 

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बता दें कि अमेरिका ने 19 मई को 167 भारतीयों को विशेष विमान से भेजा जो गैरकानूनी तौर से अमेरिका में रह रहे थे। अब अमेरिका ने इन्हें गिरफ्तार कर भारत के सुपुर्द कर दिया। जिसमें  अलकायदा आतंकी जुबैर  भी शामिल है। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद निवासी 40 वर्षीय जुबैर ने ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ( Osmania University) से सिविल इंजिनियरिंग में बैचलर डिग्री प्राप्त की और इलिनोइस यूनिवर्सिटी से  स्ट्रक्चरल इंजिनियरिंग में मास्टर्स डिग्री के लिए एडमिशन लिया।

वर्ष 2001 में वह भारत छोड़कर अमेरिका चला गया था। वहां उसने ओहियो में अपनी पढ़ाई को जारी रखा  और इसी क्रम में वह आतंकी संगठन अल कायदा के संपर्क में आ गया। इस बीच वह कई अरब देशों में भी घूमता रहा। वर्ष 2006 में वह ओहियो के टोलेडो चला गया और अमेरिकी युवती से शादी कर ली। इसके बाद वह 2007 से वहां का स्थायी निवासी हो गया। 

वह याहया फारूक मोहम्मद (Yahya Farooq Mohammad) का भाई है। दोनों भाई अलकायदा नेता अनवर अल अवलाकी के भाषणों व अन्य सामग्रियों को शेयर किया करते थे। 2011 में यमन में एक ड्रोन हमले में अवलाकी मारा गया। ये दोनों ही अवलाकी से प्रभावित थे। याह्या फारूक तालिबान और चेचेन आतंकियों के भी वीडियोज शेयर करता है। 2015 में जुबैर को गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका में टेरर फंडिंग मामला समेत कई अन्य मामलों में  जुबैर, याह्या और कुछ अन्य आतंकियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए। ओहियो वेस्टर्न डिविजन के उत्तरी जिले में अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा पांच साल के लिए जुबैर और याह्या को 27 साल के लिए कैद की सजा दी गई। कोर्ट ने फैसले में कहा, '37 वर्षीय याह्या फारूक मोहम्मद (Yahya Farooq Mohammad), 37 वर्षीय इब्राहिम जुबैर मोहम्मद ( Ibrahim Zubair Mohammad), 36 वर्षीय आसिफ अहमद सलीम ( Asif Ahmed Salim) को आतंकियों के लिए मदद पहुंचाने के आरोप में दोषी करार दिया जाता है।' 


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