कैद के बाद क्वारंटाइन का सिलसिला, हैदराबाद में अपने घर में बंद है आतंकी जुबैर
अल कायदा आतंकी जुबैर को अभी हैदराबाद में उसके घर में क्वारंटाइन रखा गया है।
हैदराबाद, एएनआइ। अमेरिका में टेरर-फंडिंग मामले में पांच साल तक कैद की सजा भुगतने वाला अल कायदा आतंकी भारत लौटने के बाद अपने हैदराबाद के घर में क्वारंटाइन है। उसे पिछले सप्ताह ही अमेरिका ने वापिस भेजा है। तेलंगाना पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले सप्ताह बुधवार को अमेरिका से अमृतसर लौटे अल कायदा (Al Qaeda) आतंकी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर (Mohammed Ibrahim Zubair) को हैदराबाद लाया गया। इससे पहले अमृतसर में भी उसे क्वारंटाइन ही रखा गया था।
हैदराबाद निवासी 40 वर्षीय जुबैर ने ओस्मानिया यूनिवर्सिटी (Osmania University) से सिविल इंजिनियरिंग में बैचलर्स डिग्री हासिल की थी और इलिनोइस यूनिवर्सिटी में स्ट्रक्चरल इंजिनियरिंग की मास्टर्स डिग्री हासिल की। इसी माह की 19 तारीख को अमेरिकी अधिकारियों ने इब्राहिम को भारत वापस भेज दिया था।
भाई याह्या के साथ जुबैर समेत दो अन्य लोगों को 2011 में एफबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था। अमेरिका की ओहियो अदालत ने आतंकी फंडिंग मामले में सभी को दोषी करार दिया था। इब्राहिम जुबैर अल कायदा संगठन के आतंकी अल अवलाकी का सहायक बन गया था।
सूत्रों का कहना है कि इब्राहिम जुबैर को देश में कोई कानूनी केस का सामना नहीं करना होगा और उन्हें शहर में अपने परिवार के साथ रहने की अनुमति दी जाएगी। हैदराबाद का रहने वाले मोहम्मद इब्राहिम जुबैर ने 2001 से 2005 तक यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस अर्बन-शैंपेन से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। 2006 के करीब वह टोलेडो, ओहियो चला आया और उसने एक अमेरिकी महिला से शादी कर ली। 2007 के आसपास वह संयुक्त राज्य अमेरिका का एक वैध स्थायी निवासी बन गया।
वर्ष 2015 में जुबैर को गिरफ्तार किया गया था और ओहियो वेस्टर्न डिविजन के उत्तरी जिले के लिए यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा उसे पांच साल की कैद की सजा दी गई थी। जुबैर, उसके भाई याह्या फारूक मोहम्मद (Yahya Farooq Mohammad) के साथ कुछ अन्य के खिलाफ भी अमेरिका में मामला दर्ज किया गया था। इनपर टेरर फंडिंग समेत कई आरोप लगाए गए। हम्मद, 36 वर्षीय इब्राहिम जुबैर मोहम्मद , 35 वर्षीय आसिफ अहमद सलीम और 40 वर्षीय सुल्तान रूम सलीम पर टेरर फंडिंग व कानून में बाधा डालने का आरोप है।