Move to Jagran APP

नहीं हुआ ममता का ब्लड प्रेशर सामान्य, अस्पताल में भर्ती

कोलकाता [जाब्यू]। दिल्ली से लौटने के बाद बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महानगर के एक अस्पताल में भर्ती हो गई। उन्हें पीठ व घुटनों में दर्द और सांस लेने में परेशानी है। साथ ही उनका ब्लड प्रेशर लो बताया गया है। डॉक्टर सुब्रत मैत्र के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम उनका उपचार कर रही है। डॉ. मैत्र ने बताया कि ममता की हालत फि

By Edited By: Published: Wed, 10 Apr 2013 09:22 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2013 10:13 PM (IST)
नहीं हुआ ममता का ब्लड प्रेशर सामान्य, अस्पताल में भर्ती

कोलकाता [जाब्यू]। दिल्ली से लौटने के बाद बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महानगर के एक अस्पताल में भर्ती हो गई। उन्हें पीठ व घुटनों में दर्द और सांस लेने में परेशानी है। साथ ही उनका ब्लड प्रेशर लो बताया गया है। डॉक्टर सुब्रत मैत्र के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम उनका उपचार कर रही है।

loksabha election banner

डॉ. मैत्र ने बताया कि ममता की हालत फिलहाल स्थिर है और स्लाइन या फिर ऑक्सीजन देने जैसी स्थिति नहीं है। उन्हें जनरल केबिन में ही रखा गया है। संबंधित डॉक्टरों को कुछ जांच करने को कहा गया है। इनमें ईसीजी, एक्सरे, एमआरआइ समेत कुछ और चिकित्सकीय जांच शामिल है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की चिकित्सकीय जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दवा और अन्य सलाह दी जाएगी। सांस लेने में समस्या होने की वजह से उन्हें बोलने में परेशानी हो रही है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दिल्ली में योजना भवन के निकट माकपा की छात्र इकाई एसएफआइ समर्थकों के प्रदर्शन के दौरान ममता और उनके मंत्रियों के साथ बदसुलूकी हुई थी। इसके बाद ममता गुस्से में काफी जोर-जोर से चिल्लाई थीं। इसके बाद उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी थी। उनका रक्त चाप भी गिर गया था। बाद में अस्पताल में भर्ती कर उन्हें ऑक्सीजन दिया गया था।

ममता के साथ खड़े हुए राजनाथ

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वित्त मंत्री अमित मित्रा के साथ दिल्ली में हुई बदसलूकी की घटना पर भाजपा उनके साथ खड़ी हो गई है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने ममता से बात कर उनका कुशल क्षेम पूछा और केंद्र व दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा किया। राजनाथ ने कहा कि दिल्ली में ऐसी अराजक स्थिति हो गई है जिसमें मुख्यमंत्री भी सुरक्षित नहीं है। ममता ने भी कहा है कि वह दिल्ली में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। नाराज ममता प्रधानमंत्री के बाद वित्त मंत्री पी चिदंबरम से भी मिले बिना बुधवार को कोलकाता वापस लौट गईं।

दिल्ली में मंगलवार को योजना भवन के बाहर वामपंथी छात्र संगठन एसएफआइ के कार्यकर्ताओं ने ममता और मित्रा का घेराव किया था। धक्कामुक्की में मित्रा का कुर्ता भी फट गया था। बाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फोन पर ममता से बात कर इस घटना के लिए खेद जताया था। बुधवार को राजनाथ ने भी ममता से बात की। ममता और राजनाथ के लंबे समय से अच्छे रिश्ते रहे हैं।

मंगलवार को कोलकाता में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ममता की प्रशंसा की थी। फिलहाल इसके गहरे राजनीतिक निहितार्थ तो नहीं देखे जा रहे, लेकिन भविष्य के लिहाज से इसे पूरी तरह खारिज भी नहीं किया जा सकता।

ममता का हालचाल लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजनाथ सरकार पर बरसे। उन्होंने कहा, 'अगर एक मुख्यमंत्री को दिल्ली में सुरक्षा नहीं मिलती है तो इससे ज्यादा गंभीर कुछ नहीं हो सकता। विरोध का अधिकार सभी को है, लेकिन हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार की ओर से लापरवाही हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए।'

बंगाल में दूसरे दिन भी तोड़फोड़ और आगजनी

कोलकाता [जागरण न्यूज नेटवर्क]। दिल्ली में ममता बनर्जी व उनके मंत्री पर हमले के विरोध में बुधवार को दूसरे दिन भी पूरे राज्य में वाममोर्चा के दफ्तर, नेता और कार्यकर्ता तृणमूल कार्यकर्ताओं के निशाने पर रहे। दो विश्वविद्यालयों में भी तोड़फोड़ व छात्रों के साथ मारपीट की गई। तृणमूल ने घटना के विरोध में राज्य भर में धिक्कार दिवस मनाया। इस दौरान जुलूस, प्रदर्शन व धरना दिया।

माकपा प्रदेश सचिव व वाममोर्चा चेयरमैन विमान बोस ने कहा कि अब तक वामो के करीब 1000 दफ्तरों में तोड़फोड़ व आगजनी की घटना हुई है। दर्जनों माकपा, एसएफआइ नेता, समर्थक व कार्यकर्ता हमले में जख्मी हुए हैं। माकपा नेताओं ने दिल्ली की घटना के दूसरे दिन भी निंदा की और बंगाल सरकार से अपील की कि हमला रोकने के लिए कदम उठाए। बुधवार सुबह से ही राज्य के विभिन्न जिलों में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन दिया। कोलकाता के मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद समर्थकों ने धरना दिया। वीरभूम, बांकुड़ा सहित अन्य जिलों में तृणमूल समर्थकों ने रैली निकालकर धिक्कार दिवस मनाया।

माकपा के अलीमुद्दीन स्थित पार्टी कार्यालय के पास सैकड़ों तृणमूल समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य व वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का पुतला जलाया। उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हुगली, हावड़ा, बांकुड़ा, मुर्शिदाबाद, वीरभूम, पूर्व व पश्चिमी मेदिनीपुर, उत्तर दिनाजपुर, कूचबिहार सहित अन्य जिलों में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों व माकपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें भी हुई।

वाममोर्चा चेयरमैन विमान बसु ने बुधवार को कहा कि राज्य में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला हो रहा है। दिल्ली में वित्तमंत्री अमित मित्रा पर हुए हमले में एसएफआइ छात्र संगठनों के साथ ही अन्य दल के लोग भी शामिल थे। राज्यपाल की ओर से माकपा के माफी मांगे जाने को लेकर विमान बसु ने कहा कि राज्यपाल को पोलित ब्यूरो की जानकारी नहीं है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.