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भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवालों को हल करने के लिए रेल मंत्री ने संभाला मोर्चा, समाधान के लिए विशेष कमेटी का गठन, दूसरे चरण की परीक्षाएं स्थगित

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सभी आरआरबी अध्यक्षों को छात्रों की चिंताओं को सुनने उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के लिए कहा है। इस संबंध में एक ईमेल आईडी भी निर्धारित की है। यह समिति देश के विभिन्न हिस्सों में जाएगी और छात्रों की शिकायतों को सुनेगी।

By Amit SinghEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 04:32 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 06:59 AM (IST)
भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवालों को हल करने के लिए रेल मंत्री ने संभाला मोर्चा, समाधान के लिए विशेष कमेटी का गठन, दूसरे चरण की परीक्षाएं स्थगित
कानून हाथ में न लें छात्र, सभी शिकायतों का होगा समाधान (जागरण.काम, फाइल फोटो)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रेलवे में विभिन्न वर्गों की भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवालों को हल करने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने कहा है कि छात्रों के संशय वाले मसलों का हल संवेदनशीलता के साथ किया जाएगा। शिकायतों के समाधान के लिए रेलवे ने विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है। कमेटी हर हाल में अपनी रिपोर्ट चार मार्च तक दे देगी। वहीं रिपोर्ट आने तक नान टेक्निकल पापुलर कैटेगरी (आरआरबी-एनटीसीपी) और लेवल वन की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।

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जांच समिति विभिन्न मसलों पर लेगी राय

रेलवे भर्ती प्रक्रिया में सुधार अथवा किसी तरह के संदेह को लेकर अभ्यर्थी अपनी बात 16 फरवरी, 2022 तक दर्ज करा सकते हैं। विशेषज्ञ जांच समिति विभिन्न मसलों पर लोगों की राय लेने के लिए विभिन्न स्थानों का दौरा भी करेगी। भर्ती प्रक्रिया को लेकर नाराज अभ्यर्थियों ने कुछ जगहों पर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की वारदातें भी हुई हैं। इस पर अफसोस जताते हुए रेल मंत्री ने भावुक अंदाज में कहा, 'रेलवे आपकी संपत्ति है। उसे नुकसान पहुंचाना ठीक नहीं है। आपकी समस्याओं के समाधान के लिए हम हमेशा उपलब्ध हैं।' वैष्णव ने इस मसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विचार-विमर्श किया है। इतना ही नहीं मंत्रालय के अधिकारी राज्य के आला अफसरों के संपर्क में हैं।

छात्रों के संशय को दूर करना हमारी जिम्मेदारी

रेल मंत्री वैष्णव ने बुधवार को बुलाई एक प्रेस वार्ता में कहा कि उनकी नाराजगी की वजह पर कमेटी विचार करेगी, ताकि विवादित मसले को हल किया जा सके। छात्र देश के भविष्य हैं और रेलवे की रीढ़ हैं। छात्रों के संशय को दूर करना हमारी जिम्मेदारी है। उनके साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूर्व में घोषित नियमों के आधार पर ही चल रही है।

छात्रों की आपत्तियों पर मंत्रालय के जवाबदर

आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों की आपत्ति परीक्षा पास करने वाले प्रतिभागियों को लेकर है। दूसरे चरण के लिए शार्टलिस्ट नहीं हो पाए अभ्यर्थियों का कहना है कि जिन लोगों ने एक से अधिक कैटेगरी में आवेदन किया है, उन्हें केवल एक बार ही गिना जाए। हालांकि इस तरह से गिनती करने पर दूसरी स्टेज की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों की संख्या 20 गुना से अधिक हो जाएगी। अभ्यर्थियों की दूसरी आपत्ति न्यूनतम शैक्षिक योग्यता वाले पदों के लिए उच्च शैक्षिक अभ्यर्थियों को मौका दिए जाने पर है। रेल मंत्रालय का कहना है कि उच्च शिक्षा की कोई सीमा निर्धारित करना संभव नहीं है। यह वैधानिक तौर पर गलत होगा।

1.40 लाख पदों के लिए सवा करोड़ से अधिक आवेदन

रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि भर्ती के लिए कुल 1.40 लाख पदों के लिए कुल 1.25 करोड़ से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। पहले स्तर की परीक्षा में घोषित पदों के मुकाबले 20 गुना सफल अभ्यर्थियों को चुना गया। नान टेक्निकल पापुलर कैटेगरी (एनटीसीपी) स्टेशन मास्टर, गार्ड, सीनियर कामर्शियल क्लर्क, जूनियर एकाउंट असिस्टेंट जैसे 35,281 पदों के लिए प्रथम स्टेज की परीक्षा के बाद कुल 7.06 लाख अभ्यर्थियों को चयनित किया गया है। पहले मुख्य परीक्षा 15 फरवरी से 19 फरवरी के बीच देश के 158 शहरों के 426 केंद्रों पर कराई जानी थी, लेकिन जांच कमेटी की रिपोर्ट आने तक इसे स्थगित कर दिया गया है।


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