विपक्ष के 'काला दिवस' को इस तरह जवाब देंगे सरकार के मंत्री
विपक्ष की 18 पार्टियां आठ अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर चुकी है। भाजपा ने इसे कालाधन विरोधी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नोटबंदी की वर्षगांठ राजनीतिक रूप से काफी गर्म होगी। इसे काला दिवस के रूप में मनाने के लिए जहां विपक्ष ने कमर कस ली है वहीं सरकार के शीर्ष मंत्री दिल्ली से लेकर कई अहम राज्यों में तथ्यों के साथ यह बताएंगे कि नोटबंदी ने किस तरह देश और और समाज के कमजोर वर्गो को मजबूत किया है। इसका विरोध केवल वह कर रहे हैं जो डरे हुए हैं।
मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली इसके आंकड़े रखेंगे। वहीं मध्य प्रदेश का राजधानी भोपाल में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और पटना में वित्तमंत्री सुशील मोदी विपक्ष पर हमलावर होंगे। जबकि बुधवार को लगभग सभी बड़े राज्यों में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से लेकर शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तक कई मंत्री मैदान में उतरेंगे।
सोमवार को कांग्रेस ने पार्टी शासित राज्यों को दिल्ली में इकट्ठा कर नोटबंदी के साथ साथ जीएसटी के क्रियान्वयन पर उंगली उठाई। विपक्ष की 18 पार्टियां आठ अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर चुकी है। जबकि भाजपा ने इसे कालाधन विरोधी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। शुरूआत एक दिन से पहले से ही होगी।
मंगलवार को जेटली दिल्ली में मीडिया के जरिए देश के सामने कुछ आंकड़े रखेंगे और बताएंगे कि विपक्ष जिस कदम का विरोध कर रहा है दरअसल वह देश के लिए हितकारी हुआ है। उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई जो दूसरों का हक मार रहे थे। काला धन इकट्ठा कर देश को खोखला कर रहे थे। रविशंकर और सुशील मोदी भी अलग अलग स्थान पर मीडिया से रूबरू होंगे। जबकि आठ को एक दर्जन से ज्यादा मंत्री इसी आंकड़े के साथ उतरेंगे।
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