राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 57 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना मुक्त होने के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान जोरो से चलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को कोविड-19 टीके की 57.05 करोड़ से अधिक डोज दी चा चुकी है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना मुक्त होने के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान जोरो से चलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को कोविड-19 टीके की 57.05 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है।
कोरोना संक्रमण महामरी की तीसरी लहर से देश को बचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार सभी कोशिशों में लगी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के टीके अब तक 57.05 करोड़ से अधिक उपलब्ध कराई जा चुकी है। केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करने और इसके दायरे का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने आगे बताया कि 3.44 करोड़ से अधिक शेष और अप्रयुक्त कोविड-19 वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं।
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियन के तहत लगभग कुल 58 करोड़ लोगों को टीके लगाए जा चुके है। पिछले 24 घंटों में 7,95,543 लोगों को टीके की डोज दी जा चुकी है, जिससे देशभर में टीककरण का आंकड़ा 58.25 (58,25,49,595) करोड़ के पार तक पहुंच गया है।
गृह मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट ने एक चेतावनी जारी की है जिसके तहत अक्टूबर में कोरोना के पीक पर होने की संभावना जताई गई है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर में अपने पीक पर होगी और इसको लेकर केंद्र को चेताया भी गया है।
बता दें कि देश में इस समय आपातकालीन इस्तेमाल के लिए छह वैक्सीनों उपलब्ध हैं। दो स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन, रूस की स्पूतनिक-वी, अमेरिका की माडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन , जायकोब-डी शामिल है। सभी वैक्सीनों से टीकाकरण अभियान में मदद मिल रही हैं और इन सभी को काफी खास भी माना जा रहा है।