टिड्डियों से निपटने को केंद्र ने झोंकी ताकत, हेलीकॉप्टर और ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव की तैयारी
टिड्डी दलों पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने प्रभावित राज्यों में हेलीकॉप्टर और ड्रोन से कीटनाशकों के छिड़काव की तैयारी की है। जानें क्या है सरकार की योजना...
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच ही फसलों के लिए आतंक बने टिड्डी दलों का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इन पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर ताकत झोंकी है। फूड एंड एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन (एफएओ) ने टिड्डी दलों के बिहार, झारखंड और ओडिशा तक पहुंच जाने की आशंका जताई है। हालांकि, इनके दक्षिणी हिस्से में पहुंचने की संभावना नहीं है। इसकी गंभीरता को देखते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को आला अफसरों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की।
हेलीकॉप्टर और ड्रोन से छिड़काव की तैयारी
मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रभावित राज्यों में हेलीकॉप्टर और ड्रोन से कीटनाशकों के छिड़काव की तैयारी कर ली गई है, जिसकी एडवायजरी राज्यों को भेज दी गई है। टिड्डी प्रभावित राज्यों को जोन में बांटकर फिलहाल 11 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जो केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से लगातार संपर्क में हैं। प्रभावित सभी पांच राज्यों में बेस कैंप बनाकर 200 से अधिक वैज्ञानिकों को तैनात किया गया है।
ब्रिटेन से जल्द पहुंचेगी स्प्रेयर मशीनें
ब्रिटेन से आयात हो रही स्प्रेयर मशीनों के जल्दी ही पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि स्थानीय स्तर पर फायर टेंडर व अन्य लोकल मशीनों से कीटनाशकों का छिड़काव तेज कर दिया गया है। लंबे पेड़ों और दुर्गम क्षेत्रों में प्रभावी नियंत्रण के लिए बड़े व प्रभावी ड्रोन से छिड़काव की तैयारी है। कृषि मंत्रालय की समीक्षा बैठक में बताया गया कि ज्यादा प्रभावित राज्यों में हेलीकॉप्टरों से छिड़काव करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए राज्यों को एडवायजरी जारी कर दी गई है।
दूसरी खेप का दिया गया ऑर्डर
ब्रिटेन से आने वाले स्प्रेयरों के पहुंचने में एक पखवाड़ा लगने की उम्मीद है। इस पहली खेप के बाद 45 स्प्रेयरों की दूसरी खेप का भी ऑर्डर दे दिया गया है। बैठक के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार इसे लेकर बहुत गंभीर है। राज्यों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। एफएओ की आशंका को देखते हुए दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
47 खास तरह के स्प्रेयर
प्रभावित राज्यों में कुल 47 खास तरह के स्प्रेयर हैं, जिनका उपयोग टिड्डी नियंत्रण में किया जा रहा है। बैठक में बताया गया कि मध्य प्रदेश के मंदसौर, नीमच, उज्जैन, रतलाम, देवास, मालवा, सतना व ग्वालियर, राजस्थान के ज्यादातर जिले, गुजरात के दो तीन जिलों और उत्तर प्रदेश के झांसी और पंजाब के कई जिलों में 334 स्थानों पर हॉपर और गुलाबी झुंडों को नियंत्रित किया गया।
बिहार और झारखंड में भी तैयारियां
उत्तर प्रदेश के झांसी में ही गुलाबी टिड्डियों का दल अभी सक्रिय है। उत्तर प्रदेश के दो दर्जन जिलों में टिड्डी दलों के हमले को देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। बिहार और झारखंड ने भी अपने यहां इनसे निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इजाजत लेकर जल्दी ही इन जगहों पर पेड़ों व दूरदराज के क्षेत्रों पर छिड़काव के लिए ड्रोन उड़ाए जाएंगे।