गाजे-बाजे के साथ पति पहुंचा थाने, कहा-जेल जाना मंजूर मगर नहीं दूंगा एक पाई
दोस्तों के कंधे पर सवार होकर युवक जब थाने में अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचा तो सब हैरान हो गए। माता-पिता का पैर छूकर थाने में गिरफ्तारी दी तो पुलिस वाले भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।
नई दिल्ली, एजेंसी। दोस्तों के कंधे पर सवार होकर युवक जब थाने में अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचा तो सब हैरान हो गए। युवक ने माता-पिता के पैर छूकर थाने में गिरफ्तारी दी तो पुलिस वाले भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए। गिरफ्तारी की इस कहानी में सब राजी दिख रहे। ना ही पुलिस का खौफ और ना ही जेल जाने का डर। हैरान हो गए ना। जी हां कुछ ऐसा नजारा वडोदरा पुलिस स्टेशन में देखने को मिला।
पति-पत्नी की आपसी लड़ाई की खबरें हम अक्सर पढ़ते हैं। यह कहानी कुछ खास है। पति-पत्नी के बीच मनमुटाव हुआ फिर मामला तलाक तक पहुंचा। कोर्ट ने मुआवजा देने का आदेश सुनाया मगर पति ने तय रकम न देने की कसम खा ली और बदले में वह जेल जाने के लिए तैयार हो गया। मामला है गुजरात के वडोदरा का।
पति-पत्नी पहुंचे कोर्ट
हेमंत राजपूत (36) जिसने पत्नी से तलाक के लिए कोर्ट में मुकदमा दायर किया। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए हेमंत को 3500 रुपये हर महीने मुआवजे के तौर पर देना तय किया। हर महीने पैसे नहीं देने पर यह राशि बढ़कर करीब 95,000 रुपये हो गई। पत्नी फिर कोर्ट पहुंच गई और कोर्ट ने हेमंत को गुजारा भत्ता देने का फरमान सुनाया और न देने पर जेल जाने के लिए तैयार रहने को कहा।
पति को जेल जाना मंजूर
इधर पत्नी से जलालत झेलने के बाद हेमंत ने उसे पैसे ना देने का फैसला ले रखा था भले उसे जेल ही क्यों ना जाना पड़े। मामला पुलिस के पास पहुंचा और पुलिस उसे गिरफ्तार करने उसके घर गई। उस वक्त वह घर पर नहीं था। पुलिसकर्मी घरवालों को उसे थाने पर भेजने की बात कह कर लौट गए। यह बात जब हेमंत को पता चली तो वह अपनी गिरफ्तारी देने दोस्तों के साथ झूमते गाते थाने पहुंचा। राहगीर के साथ पुलिस भी यह नजारा देख हैरान थी।
पुलिस ने बताया पूरा मामला
पुलिस इंस्टेपक्टर एफके जोगपाल ने बताया कि कोर्ट ने उसे पैसे चुकाने का आदेश दिया मगर वह पैसे ना देकर अपनी गिरफ्तारी देने थाने पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि करीब 15 साल तक दांपत्य जीवन बिताने के बाद आपसी कलह के कारण तलाक लिया है। कोर्ट का आदेश ना मानने पर उसे 270 दिनों की जेल हुई है।
पत्नी से विवाद का कारण
पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों के आए दिन झगड़ा होता रहता था। पत्नी अक्सर हेमंत पर माता-पिता से अलग रहने के लिए दवाब बना रही थी। पति जब इस पर सहमत नहीं हुआ तो मामला कोर्ट पहुंच गया। इसके बाद मामला बिगड़ गया और तलाक लेने की नौबत आ गई। कोर्ट ने उसे हर्जाना राशि देने की बात की नहीं तो 270 दिन की जेल का आदेश सुनाया। इसक बाद हेमंत पैसे नहीं देकर हंसी-खुशी अपनी गिरफ्तारी देने पहुंच गया।