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'यूजीसी अपने मकसद में असफल, इसे भंग कर देना चाहिए'

मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा गठित कमेटी ने बुधवार को कहा है कि (यूनीवर्सिटी ग्रांट कमीशन) यूजीसी अपने मकसद में असफल रहा है और इसे भंग कर देना चाहिए। कमेटी का मानना है कि यूजीसी अपना लक्ष्य पाने में नाकाम रहा है।

By Sachin kEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2015 10:35 AM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2015 11:14 AM (IST)
'यूजीसी अपने मकसद में असफल, इसे भंग कर देना चाहिए'

नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा गठित कमेटी ने बुधवार को कहा है कि (यूनीवर्सिटी ग्रांट कमीशन) यूजीसी अपने मकसद में असफल रहा है और इसे भंग कर देना चाहिए। कमेटी का मानना है कि यूजीसी अपना लक्ष्य पाने में नाकाम रहा है।

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सूत्रों के मुताबिक, स्मृति ईरानी की ओर से गठित कमेटी ने कहा है कि आज के दौर में शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह की चुनौतियां आती जा रही हैं, उससे निपटने में यूजीसी नाकाम साबित हुआ है। कमेटी का मानना है कि यूजीसी में सुधार के लिए अब इसमें किसी तरह की सुधार की गुंजाइश नहीं बची है।

इस कमेटी के अध्यक्ष हरि गौतम हैं, जो इसी संस्था के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कमेटी ने एक अलग संस्था के गठन का प्रस्ताव रखा है, जिसका नाम नेशनल हायर एजुकेशन अथॉरिटी सुझाया गया है। इस नई अथॉरिटी के गठन के लिए संसद से प्रस्ताव पास कराने की सिफारिश की गई है।

गौतम की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने कहा है कि इस संस्था में किसी भी तरह का बदलाव भी बेकार साबित होगा और न ही यूजीसी ऐक्ट में कोई बदलाव करने से कोई फायदा होगा। इसलिए, कमेटी ने संसद के जरिए नेशनल हायर एजुकेशन अथॉरिटी के गठन का प्रस्ताव रखा है।

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