मोदी के बिहार को राहत पैकेज देने पर उद्धव ने ली चुटकी
बिहार को प्रतिवर्ष 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के वित्तीय पैकेज देने की घोषणा पर शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुटकी ली है। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर विशेष पैकेज संकटग्रस्त महाराष्ट्र को दिया जाना चाहिए, न कि उस राज्य को
मुंबई। बिहार को प्रतिवर्ष 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के वित्तीय पैकेज देने की घोषणा पर शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुटकी ली है। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर विशेष पैकेज संकटग्रस्त महाराष्ट्र को दिया जाना चाहिए, न कि उस राज्य को जहां चुनाव होने वाले हैं।
उद्धव ने शनिवार को यहां कहा, 'बिहार को वित्तीय पैकेज देने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है। इसे उन सब प्रदेशों को मिलना चाहिए, जिन्हें इसकी जरूरत हो। लेकिन धन सबसे पहले उसे दिया जाए, जिसे इसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो।
वर्तमान में सूखे के कारण महाराष्ट्र के किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। यहां बारिश नहीं हुई, जिसके कारण किसान संकटग्रस्त हैं। प्राथमिकता के आधार पर उन्हें मदद की जरूरत है। विशेष पैकेज चुनावों के आधार पर नहीं, बल्कि संकट की स्थितियों के आधार पर दिया जाना चाहिए।'
मोदी ने पटना में शनिवार को राजग के चुनावी अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा, राजनीति ने बिहार के विकास को रोक दिया है। साथ ही प्रतिवर्ष 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के वित्तीय पैकेज देने की घोषणा की।
किसानों की आत्महत्याओं को लेकर सदन में दिए गए कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के विवादास्पद बयान पर उद्धव ने कहा, 'यह भारत का दुर्भाग्य है कि ऐसा व्यक्ति देश का कृषि मंत्री है। वह किसानों की हालत नहीं समझते हैं। प्रधानमंत्री मोदी उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने में सक्षम हैं।'
किसानों के ऋण माफी से इन्कार करने के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के फैसले पर उद्धव ने कटाक्ष किया कि यदि किसानों का कर्जा उतारने के लिए उनके पास कोई अन्य उपाय है, तो उन्हें उसका प्रयोग करना चाहिए।