यूबीआइ का मुख्य प्रबंधक तीन करोड़ की धोखाधड़ी में गिरफ्तार
नाबारुन मजूमदार को मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने सोमवार को तीन जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। वह मूलत: कोलकाता का रहने वाला है।
मुंबई, मिड डे। महानगर पुलिस ने तीन करोड़ की धोखाधड़ी में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआइ) के मुख्य प्रबंधक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने सोमवार को उसे तीन जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। वह मूलत: कोलकाता का रहने वाला है।
पुलिस के अनुसार, मुख्य प्रबंधक नाबारुन मजूमदार (49) यूबीआइ के साथ 2012 में जुड़ा था। वह बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग में तैनात था। उसने अपने नाम से बैंक के चार क्रेडिट कार्ड जारी करवा लिए। खरीदारी और घूमने के लिए क्रेडिट कार्ड के जरिये वह बेहिसाब खर्च करता था। अपने कार्यकाल के दौरान क्रेडिट कार्ड से उसने रुपये तो खर्च किए, लेकिन बैंक को कभी लौटाए नहीं।
बैंक वसूली के लिए निजी संस्थाओं को जिम्मा सौंपता है, लेकिन उन तक सूची पहुंचने से पहले ही मजूमदार अपना नाम उससे हटा देता था। नवंबर में मजूमदार का तबादला हो गया। वहां नियुक्त नए मुख्य प्रबंधक ने इस धोखाधड़ी को पकड़ा और अधिकारियों को जानकारी दी।
बैंक की तरफ से सिवरी थाने में मजूमदार के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। प्रथमदृष्टया 34 लाख की धोखाधड़ी सामने आई, लेकिन जांच में यह आंकड़ा तीन करोड़ पहुंच गया। मजूमदार को जब इसकी जानकारी मिली तो वह कोलकाता फरार हो गया।
पुलिस उसे पकड़ने कोलकाता गई तो सिलीगुड़ी भाग गया। रविवार को वह पुलिस के समक्ष हाजिर हो गया। पोर्ट जोन डीसीपी ने कहा कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जांच की जा रही है कि आरोपित ने पैसों का निवेश कहां किया है।