इंदौर के सैन्य क्षेत्र में रहने वाली दो युवतियां पाकिस्तान के संपर्क में, एजेंसियां जांच में जुटी
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित महू छावनी के सैन्य क्षेत्र में रहने वाली दो युवतियों के पाकिस्तानी कनेक्शन की सूचना से जांच एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। जांच में पता चला कि युवतियां पाकिस्तानियों के संपर्क में हैं और फेसबुक पर बातें करती हैं।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित महू छावनी के सैन्य क्षेत्र में रहने वाली दो युवतियों के पाकिस्तानी कनेक्शन की सूचना से जांच एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) की सूचना पर क्राइम ब्रांच ने महू के समीप स्थित गवली पलासिया में सेवानिवृत्त नायक चांद खां के घर दबिश देकर उसकी बेटी हिना और यास्मीन को नजरबंद कर लिया है। जांच में पता चला कि युवतियां पाकिस्तानियों के संपर्क में हैं और फेसबुक पर बातें करती हैं।
क्राइम ब्रांच, एटीएस, साइबर सेल ने डाटा खंगाला
महू आर्मी में पदस्थ कुछ अधिकारियों से भी युवतियों का संपर्क है। पुलिस ने युवतियों के फोन व लैपटाप जब्त कर लिए हैं। युवतियों की कुछ चेटिंग डिलीट मिली है, जिसका डाटा रिकवर किया जा रहा है। आइजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने पूछताछ की पुष्टि की है। मिलिट्री इंटेलीजेंस (एमआइ) से भी जानकारी साझा की गई है। सैन्य अधिकारियों के हनी ट्रैप की आशंका भी व्यक्त की जा रही है।
गोपनीय सूचना लीक करने का अंदेशा
जानकारी के मुताबिक युवतियों ने सैन्य विज्ञान में पढ़ाई की है। उनके पिता चांद खां का काफी साल पूर्व ही निधन हो चुका है। हिना बिजली विभाग में कंप्यूटर आपरेटर की नौकरी कर रही थी, जबकि यास्मिन कोरोना कर्फ्यू के पूर्व तक निजी स्कूल में टीचर रही है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को संदिग्ध कॉल ट्रेस होने पर क्राइम ब्रांच अलर्ट हुई थी। एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने सादी वर्दी में पुलिसकर्मी भेजे और हिना और यास्मीन को घर में ही नजरबंद कर लिया।
फेसबुक के जरिये नाम बदलकर बात कर रहा था पाकिस्तानी युवक
लैपटाप व मोबाइल की जांच में पता चला कि युवतियां पाकिस्तानी युवकों से फेसबुक पर चैटिंग करती हैं। मुख्यालय पहुंची सूचना के बाद एसपी (एटीएस) रूपेश द्विवेदी, एसपी (साइबर) जितेंद्र सिंह, एएसपी (क्राइम) गुरप्रसाद पाराशर ने जब्त डिवाइस की जांच शुरू कर दी। हालांकि, युवतियों के मोबाइल व फेसबुक पर संदिग्ध सामग्री नहीं मिली, लेकिन अंदेशा जताया गया कि अलग-अलग नामों से चैटिंग करने वाला एक ही व्यक्ति है।
सूत्रों के मुताबिक युवतियों ने कुछ सैन्य अधिकारियों से संपर्क होना भी कुबूला है। हिना ने बताया उसने मां के इलाज के सिलसिले में अधिकारियों से बात की थी। इससे यह भी शक गहराया कि युवतियों को पाकिस्तानी युवक अपना हैंडलर बनाना चाहते थे और उनके जरिये हनी ट्रैप की साजिश रची जा रही थी। फंडिंग की आशंका में पुलिस बैंक खातों की भी जांच में जुटी है। अभी अधिकारियों ने युवतियों के घर महिला पुलिसकर्मी तैनात कर रखे हैं।