एसएसबी के दो हजार जवानों का आइबी में होगा तबादला
इस अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में इन जवानों को आइबी में तैनात किया जाएगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सीमा पर देश की खुफिया एजेंसी के हाथ मजबूत करने के लिए सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के दो हजार गैर-लड़ाके जवानों को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) में तैनात करने का आदेश दिया है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत भारतीय सीमा विशेषकर चीन और नेपाल से लगी सीमा पर खुफिया विभाग को और ताकतवर बनाया जाना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से विगत 12 अक्टूबर को जारी आदेश में कहा गया है कि एसएसबी के गैर लड़ाकों का आइबी के 2,104 पदों पर तत्काल प्रभाव से तबादला किया जाए। इनमें से कई पद अभी रिक्त भी हैं। यह कदम जून, 2016 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के तत्कालीन गृह सचिव राजीव महर्षि को पत्र लिखा जाने के बाद किया जा रहा है। इस पत्र में डोभाल ने सीमा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर खुफिया जानकारी जुटाने की सिफारिश की थी।
उसके बाद इस महीने की शुरुआत में गृह सचिव राजीव गौबा ने इस संबंध में आइबी के निदेशक राजीव जैन और एसएसबी के नवनियुक्त महानिदेशक एसएस देसवाल के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया। इसके बाद ही गृह मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसी सिफारिश के आधार पर गृह मंत्रालय ने सशस्त्र सीमा बल के 24 कैडर में से 19 कैडर के जवानों को आइबी में भेजने की सिफारिश की है। इन कैडरों को आइबी के समकक्ष और तर्कसंगत कैडरों से जोड़ दिया जाएगा। तबादले के बाद इनकी सेवा शर्ते आइबी के हिसाब से चलेंगी।
इस संबंध में तैयार ब्लूप्रिंट के अनुसार प्रशिक्षित, अनुभवी और सीमावर्ती इलाकों से बखूबी वाकिफ इन कैडरों को प्रभावशाली तरीके से सीमा पर 15 हजार किलोमीटर के दायरे में भारतीय खुफिया एजेंसी और बेहतरीन काम कर सकेगी। इस अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में इन जवानों को आइबी में तैनात किया जाएगा। दोनों एजेंसियां मिलजुलकर इस संबंध में फैसले लेंगी। एसएसबी की पांच कैडरों में फैले 94 पदों को यथावत रखा जाएगा।