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दस लाख का इनामी आतंकी हुरैरा मुठभेड़ में ढेर

सोपोर में रविवार शाम शुरू हुई मुठभेड़ 20 घंटे बाद सोमवार दोपहर लश्कर के दुर्दात डिवीजनल कमांडर महमूद भाई उर्फ हुरैरा के मारे जाने के साथ समाप्त हुई। पाकिस्तान का रहने वाला और ए-केटेगरी का आतंकी हुरैरा कई हमलों में वांछित था और उसपर 10 लाख रुपये का इनाम था। इस मुठभेड़ में दो आतंकी बच निकले हैं, हालांकि सुरक्षाबलों ने एक ही आतंकी के भागने की पुष्टि की है।

By Edited By: Published: Mon, 23 Jun 2014 09:42 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jun 2014 10:31 PM (IST)
दस लाख का इनामी आतंकी हुरैरा मुठभेड़ में ढेर

श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। सोपोर में रविवार शाम शुरू हुई मुठभेड़ 20 घंटे बाद सोमवार दोपहर लश्कर के दुर्दात डिवीजनल कमांडर महमूद भाई उर्फ हुरैरा के मारे जाने के साथ समाप्त हुई। पाकिस्तान का रहने वाला और ए-केटेगरी का आतंकी हुरैरा कई हमलों में वांछित था और उसपर 10 लाख रुपये का इनाम था। इस मुठभेड़ में दो आतंकी बच निकले हैं, हालांकि सुरक्षाबलों ने एक ही आतंकी के भागने की पुष्टि की है।

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सोपोर के बाबारजा इलाके में तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना की 22 और 52 आरआर ने सीआरपीएफ व एसओजी के जवानों के साथ रविवार को शाम पांच बजे अभियान शुरू किया था। इसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ सोमवार दोपहर करीब 12 बजे तक चली। आतंकियों ने कथित तौर पर कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी के एक करीबी अब्दुल गनी गुरू के मकान में पनाह ले रखी थी। इन आतंकियों में महमूद भाई के अलावा हिज्ब का नामी कॉप किलर इम्तियाज कांडू और जावेद मट्टू भी शामिल था। जवानों को घेराबंदी करते देख आतंकी साथ सटी आरा मिल में घुस गए। इसी दौरान फाय¨रग की आड़ में कथित तौर पर इम्तियाज कांडू भाग निकला और महमूद और जावेद घेराबंदी में फंस गए।

महमूद आधी रात करीब दो बजे मारा गया, जबकि जावेद मट्टू मकान में छिप गया। सुरक्षाबलों ने जावेद मट्टू को जिंदा पकड़ने के इरादे से उसकी मां और दोनों भाइयों को सुबह मुठभेड़ स्थल पर बुलाया और आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। मट्टू की मां ने बार-बार लाउड स्पीकर से अपने बेटे को आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इस बीच, आइईडी धमाके में मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। सुरक्षाबलों को लगा कि जावेद मट्टू भी मारा गया है। सुरक्षाकर्मी जब मलबा हटाने लगे तो अचानक जावेद मट्टू बाहर निकला और उसने अपनी राइफल से अंधाधुंध फाय¨रग शुरू कर दी और भाग निकला।

मारा गया आतंकी महमूद भाई बड़गाम, श्रीनगर और गांदरबल के अलावा पट्टन व बारामूला में तीन साल से सक्रिय था।

छह सालों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय जावेद अहमद मट्टू की मां ने बेटे को सरेंडर करने के लिए लाउड स्पीकर से कहा किंतु उसने कोई जवाब नहीं दिया और वह फाय¨रग कर भाग निकला।

पढ़ें: सोपोर में मुठभेड़, लश्कर व हिज्ब के नामी आतंकी फंसे

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