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छत्तीसगढ़ के कोयलीबेड़ा इलाके से नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के दो और सहयोगी गिरफ्तार

दोनों करीब तीन साल से नक्सलियों को जूता वर्दी वॉकी-टॉकी बिजली का तार मीटर-टेप आदि पहुंचा रहे थे। गौरतलब है कि इस मामले में एक कथित पत्रकार फरार है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 10:08 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 10:13 PM (IST)
छत्तीसगढ़ के कोयलीबेड़ा इलाके से नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के दो और सहयोगी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के कोयलीबेड़ा इलाके से नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के दो और सहयोगी गिरफ्तार

कांकेर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ की कांकेर पुलिस ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े दो और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक ब्लॉक पंचायत का सदस्य है और दूसरा नक्सली कमांडर का भाई। इस मामले में पुलिस आठ सहयोगियों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है।

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एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि बुधवार को कोयलीबेड़ा इलाके से राजेंद्र सलाम (28) और मुकेश सलाम (30) को गिरफ्तार किया गया। राजेंद्र ब्लॉक पंचायत सदस्य है, जबकि मुकेश नक्सली कमांडर राजू सलाम का भाई है। दोनों करीब तीन साल से नक्सलियों को जूता, वर्दी, वॉकी-टॉकी, बिजली का तार, मीटर-टेप आदि पहुंचा रहे थे। गौरतलब है कि इस मामले में एक कथित पत्रकार फरार है।

तापस पालित को भी किया गया था गिरफ्तार

एएसपी ने बताया कि इसके पूर्व कांकेर पुलिस ने 24 मार्च को राजनांदगांव जिले के एक ठेकेदार की बोलेरो से नक्सलियों को भेजी जाने वाली सामग्री के साथ तापस पालित को गिरफ्तार किया गया था। तापस से पूछताछ के आधार पर राजनांदगांव निवासी दयाशंकर मिश्रा को दबोचा। 24 अप्रैल को राजनांदगांव निवासी ठेकेदार अजय जैन व कोमल प्रसाद वर्मा, उसके कर्मचारी रोहित नाग निवास कोयलीबेड़ा, डामर प्लांट के मैनेजर सुशील शर्मा निवासी मेरठ (उत्तर प्रदेश) और सुरेश शरणागत निवासी बालाघाट (मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया था। पांच मई को टोनी भदौरिया उर्फ शीलेंद्र भदौरिया निवास राजनांदगांव को दबोचा गया।

वहीं, इसके पहले छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क मामले में पुलिस ने राजनांदगांव से आठवें मददगार को गिरफ्तार किया है। आरोपित टोनी उर्फ शीलेंद्र नक्सलियों को भेजे जाने वाले जूतों की खरीद का काम करता था। कांकेर पुलिस इस मामले में सात आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

एसआइटी का किया था गठन

तापस की गिरफ्तारी के बाद एएसपी कीर्तन राठौर के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। इसके बाद शुरू हुई पूछताछ के आधार पर छह अन्य आरोपितों को दबोचा गया था। एएसपी ने बताया कि आरोपितों के पास से जब्त दस्तावेजों और चल रही पूछताछ के आधार पर आगामी दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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