त्रिपुरा: चिता का अंतिम संस्कार करने से पहले पंडित ने हाथों किया सैनिटाइज, फिर शुरू किया क्रिया-क्रम
एक चिता का अंतिम संस्कार करने से पहले पंडित ने अपने हाथों को हैंड सैनिटाइजर से साफ किया और उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की।
अगरतला, पीटीआइ। त्रिपुरा के अगरतला में एक अनोखा वाकया देखने को मिला है। एक चिता का अंतिम संस्कार करने से पहले पंडित ने अपने हाथों को हैंड सैनिटाइजर से साफ किया और उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की। पुजारी सुबीर चक्रवर्ती पहले चिता के पास बैठे और फिर अपनी जरूरत का सारा सामान जैसे जूट की छड़ें, घी, तुलसी (तुलसी) के पत्ते, सफेद सूती कपड़ा, अगरबत्ती, मिट्टी के बर्तन और अन्य की जांच करने के बाद उन्होंने हैंड सैनिटाइजर निकाला और अपने हाथ साफ किए।
पंडित चक्रवर्ती ने बताया कि वह हर दिन 6 से 8 का अंतिम संस्कार करवाते हैं इनमें वे शव शामिल होते हैं जिनका पोस्टमार्टम किया होता है। अनुष्ठानों में कपड़े धोने, प्रार्थना करने, तुलसी के पत्तों को आंखों पर चढ़ाना शामिल है। ऐसे में हमें सतर्क रहना होगा और इसीलिए हाथ की सफाई की आवश्यकता है। लेकिन जैसा कि बाजार में हैंड सेनिटाइजर दुर्लभ हो गए हैं, चक्रवर्ती सैनिटाइजर खुद से ही तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने बताया, "स्थानीय बाजारों में हैंड सैनिटाइटर उपलब्ध नहीं होने के कारण, मैंने कुछ अन्य विकल्प के बारे में सोचा। इंटरनेट पर मुझे इसे घर पर बनाने की प्रक्रिया का पता चला। मैंने पास की केमिस्ट शॉप से एल्कोहॉल और एलोवेरा जेल खरीदा और फिर सैनिटाइटर बनाने के लिए 70:30 के अनुपात में दोनों को मिलाया। मैं घर के बने उत्पाद को एक छोटे कंटेनर में हर जगह ले जाता हूं।''
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने हाल ही में स्वीकार किया था कि राज्य में हैंड सैनिटाइजर और मास्क की कमी है और लोगों को मास्क की कमी के कारण अपने चेहरे को ढंकने के लिए हमेशा एक 'गमछा' (पारंपरिक सूती तौलिया) ले जाने की सलाह दी थी।
इसके साथ ही चक्रवर्ती ने लोगों को अंतिम संस्कारों में शामिल नहीं होने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी विकट स्थिति में लोगों अंतिम संस्कारों में शामिल होने से बचना चाहिए।