दार्जिलिंग को लेकर तृणमूल व भाजपा आमने-सामने, सीएम ममता से मांगा इस्तीफा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहीद सब इंस्पेक्टर के पिता और पत्नी को सरकारी नौकरी देने के साथ परिवार को हर तरह की मदद करने का भरोसा देकर विशेष सहानुभूति दिखाई है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग में नए सिरे से हुई हिंसक घटना के बाद सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और प्रदेश भाजपा के नेता आमने-सामने आ गए है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) समर्थकों और पुलिस के बीच हुए हिंसक संघर्ष में एक सब इंस्पेक्टर अमिताभ मल्लिक की हुई मौत के बाद पहाड़ मुद्दे पर राज्य की राजनीति गरमाने लगी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहीद सब इंस्पेक्टर के पिता और पत्नी को सरकारी नौकरी देने के साथ परिवार को हर तरह की मदद करने का भरोसा देकर विशेष सहानुभूति दिखाई है। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व विधायक दिलीप घोष ने कहा है कि इंस्पेक्टर अमिताभ मल्लिक की मौत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं। उन्हें मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मुख्यमंत्री पहाड़ में विनय तामांग को नए नेता के रूप में खड़ा कर पहाड़ में अपना राजनीतिक वर्चस्व कायम करना चाहती हैं। गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग को आतंकी साबित करने की कोशिश की जा रही है।
घोष ने कहा है कि संघर्ष के दौरान जंगल से जो हथियार बरामद हुए हैं वे तो माओवादियों के भी हो सकते हैं। सीबीआइ और एनआइए से जांच कराने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी। वहीं तृणमूल कांग्रेस बिमल गुरुंग को भाजपा द्वारा समर्थन करने को मुद्दा बनाने में जुट गई है। तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा है कि बिमल गुरुंग देशविरोधी गतिविधियां चला रहे हैं। एक सब इंस्पेक्टर के शहीद हो जाने के बावजूद भाजपा बिमल गुरुंग का समर्थन कर रही है। इसी से भाजपा की नीतियों का पता चलता है।