घुसपैठ नहीं, सीमा का उल्लंघन करते हैं चीनी सैनिक : पर्रिकर
रक्षामंत्री के अनुसार सीमा का यह उल्लंघन तब होता है, जब दोनों देशों के सैनिक अपनी अनुमानित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक गश्त करते हैं।
नई दिल्ली। सरकार का मानना है कि सीमा पर चीन के सैनिक भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ नहीं करते, बल्कि भ्रम के चलते सीमा का उल्लंघन कर देते हैं। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के अनुसार, "सीमा का यह उल्लंघन तब होता है जब दोनों देशों के सैनिक अपनी अनुमानित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक गश्त करते हैं।" उन्होंने कहा कि इसे घुसपैठ नहीं कहा जा सकता है। यह तो भूलवश सीमा का उल्लंघन है। जैसे ही वास्तविकता का पता चलता है, सैनिक अपनी-अपनी सीमा क्षेत्र में लौट जाते हैं।
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। बकौल पार्रिकर, "सितंबर में भी चीनी सैनिक लद्दाख के चुमार में सीमा का उल्लंघन करते हुए भारतीय क्षेत्र में दाखिल हो गए थे। लेकिन बाद में एक फ्लैग मीटिंग के बाद वे अपनी सीमा में लौट गए। उन्होंने साफ कहा कि भारत-चीन सीमा पर घुसपैठ के कोई उदारहण नहीं मिले हैं। दोनों देशों के बीच कोई स्थायी एलएसी निर्धारित नहीं होने के चलते वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर भारत-चीन के अपने-अपने अनुमान हैं। इसी के चलते अक्सर सीमा का उल्लंघन हो जाता है। पार्रिकर ने बताया कि एलएसी को लेकर इसी भ्रम के चलते पैंगांग त्सो झील क्षेत्र में भी सीमा का उल्लंघन हुआ था।
चीन सीमा पर आईटीबीपी की 22 चौकियां खुलीं
सरकार ने लोकसभा को बताया कि भारत-चीन सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने के लिए भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 22 चौकियां स्थापित की गई हैं। इसके अलावा 123 मोबाइल टावर के निर्माण के लिए भी हरी झंडी दे दी गई। गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि वर्तमान में चीन सीमा पर स्थित 163 चौकियां आईटीबीपी के नियंत्रण में हैं।
पाकिस्तान में छपते हैं भारतीय जाली नोट
सरकार ने लोकसभा में बताया कि देश या विदेश में बरामद होने वाले भारतीय जाली नोट की छपाई पाकिस्तान में होती है। इन नकली नोटों की वहीं से भारत और अन्य देशों में आपूर्ति की जाती है। इसके चलते दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में एक सशक्त अपराधी गिरोह अस्तित्व में आ गया है जो जाली नोट के इस धंधे को फैलाने में जुटा हुआ है। गृह राज्य मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी के अनुसार इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक देश में 30.80 करोड़ मूल्य की नकली भारतीय मुद्रा बरामद की गई है। इनकी बरामदगी रिजर्व बैंक की विभिन्न शाखाओं से और पुलिस के छापे से संभव हुई है। उन्होंने बताया कि भारत में जाली नोट की आपूर्ति नेपाल, बांग्लादेश, थाइलैंड, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात के जरिये की जाती है।
भारत के 78,000 वर्ग किलोमीटर भूभाग पर पाक का अवैध कब्जा
सरकार ने मंगलवार को लोकसभा को जानकारी दी कि पाकिस्तान ने 1948 से ही भारत के 78,000 वर्ग किलोमीटर भूभाग पर अवैध और जबरिया कब्जा कर रखा है। जम्मू-कश्मीर की जिस जमीन वह कब्जा जमाए बैठा है, उसे गुलाम कश्मीर के नाम से जाना जाता है। गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि पाकिस्तान ने इस अवैध कब्जे वाली जमीन में से 5180 वर्ग किमी भूमि 1963 में कथित चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते के तहत बीजिंग को सौंप दी।
साभार-नई दुनिया