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अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में मोदी सरकार पर भड़के तोगडि़या

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडि़या ने कहा कि सीबीआइ केंद्र सरकार के अधीन काम करती है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 08 Jun 2017 06:45 AM (IST)Updated: Thu, 08 Jun 2017 10:41 AM (IST)
अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में मोदी सरकार पर भड़के तोगडि़या
अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में मोदी सरकार पर भड़के तोगडि़या

जागरण संवाददाता, अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडि़या ने बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अयोध्या में ढांचा ध्वंस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेताओं को साजिशकर्ता बताए जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि सीबीआइ केंद्र सरकार के अधीन काम करती है। केंद्र व भाजपा की राज्य सरकारों के हाल के रुख पर भड़के तोगडि़या ने कहा कि राम जन्मभूमि पर मंदिर और देश में रामराज्य चाहिए।

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 रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं शीर्ष पीठ मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्य गोपालदास के 79वें जन्मोत्सव के अंतिम दिन आयोजित संत सम्मेलन में भगवा सियासत गर्म रही। इस दौरान जुटे संतों के बीच तोगडि़या ने कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि मौजूदा केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाली सीबीआइ ने अपने आरोपपत्र में ढांचा ध्वंस को आडवाणी, वेदांती, ऋतंभरा, विनय कटियार जैसे मंदिर आंदोलन के नायकों की साजिश बताया है।

 सीबीआइ न्यायालय में एडीशनल चार्जशीट प्रस्तुत कर यह बताए कि ध्वंस में मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं की कोई साजिश नहीं थी। ध्वंस की साजिश में यदि कोई हिंदू नेता जेल गया, तो माना जाएगा कि देश में एक भी हिंदू सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी अलगाववादियों पर रबर की गोली दागने में संकोच किया जा रहा है और किसानों पर जान लेने वाली गोली चलाई जा रही है। इस विसंगति पर विराम लगना चाहिए और किसानों को कर्जमुक्त करना होगा, तभी माना जाएगा कि देश में रामराज्य आ रहा है।

 रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ. रामविलासदास वेदांती ने कहा, मोदी को सत्ता इसलिए मिली कि अयोध्या में राम मंदिर बने। संत सम्मेलन का संचालन रामकुंज के महंत डॉ. रामानंददास ने किया व अध्यक्षता जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद ने की। इस दौरान भाजपा के प्रमुख नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद, विदुषी ऋतंभरा, रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजयशरण, अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास, रामायणी रामशरणदास, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री व बजरंगदल के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक जयभान ङ्क्षसह पवैया ने भी विचार रखे।

 संसद में कानून बनाकर हो मंदिर निर्माण

डॉ तोगडि़या ने कहा, मंदिर निर्माण का एक ही रास्ता है कि सरकार कानून पारित करे। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है, तो संसद का संयुक्त अधिवेशन आहूत किया जाए। आपसी सहमति के प्रयासों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वार्ता करने की सलाह उसी तरह है कि बाप के हत्यारे से समझौते का सुझाव दिया जाए। राम तो हमारे बाप के भी बाप हैं, उनका मंदिर तोड़ने वाले की वकालत करने वालों से बातचीत संभव नहीं है। कहा, रामजन्मभूमि जमीन का टुकड़ा या कोई साधारण भवन का सवाल नहीं है बल्कि यह सौ करोड़ लोगों की श्रद्धा का विषय है और इसका निर्धारण न्यायालय नहीं कर सकता।

 केशव ने कहा, मामला कोर्ट में

सम्मेलन में प्रवीण तोगडि़या की खरी-खरी पर उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा, रामभक्त के नाते जो सबकी अपेक्षा है, वही हमारी भी। मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। आपसी सहमति की दिशा में जो सहयोग होगा, प्रदेश सरकार करेगी।

मोदी नहीं बनवा सकते मंदिर : स्वामी

भाजपा नेता व राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का निर्माण नहीं करा सकते। यह कोर्ट का मामला है और कोर्ट के रास्ते से ही मंदिर निर्माण होगा। मोदी से मंदिर निर्माण की अपेक्षा अनुचित है। राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है।

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