आज की बड़ी खबरें, जिस पर है देश और दुनिया की नजरें
आज की बड़ी खबरें देश और दुनिया की उन प्रमुख खबरों पर एक नजर जिनका आम जनता से सीधा सरोकार है। यहां पढ़ें शुक्रवार 24 जुलाई की प्रमुख खबरें।
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान में सियासी घमासान जारी है, जहां कांग्रेस के दो दिग्जज सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मामला हाईकोर्ट तक जा पहुंचा है, जिस पर आज फैसला आना है। उधर, असम में बाढ़ तबाही मचा रहा है, जहां बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में सौकड़ों लोगों की जान चली गई है। राज्य में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण मप्र के भोपाल में आज से फिर लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। यहां पढ़ें आज की ताजा और बड़ी खबरें:
पायलट मामले में हाईकोर्ट का अहम फैसला आज
राजस्थान के सियासी संघर्ष मामले में राजस्थान हाइकोर्ट शुक्रवार को अहम फैसला सुनाएगा। सचिन पायलट (Sachin Pilot) कैंप की ओर से उन्हें विधानसभा सदस्यता से अयोग्य ठहराने को चुनौती देने वाली याचिका पर आज सुबह 10.30 बजे राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला आएगा। गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने सचिन पायलट खेमे के 19 बागी कांग्रेसी विधायकों को अयोग्यता मामले में नोटिस जारी किया था, जिसके बाद सचिन पायलट समेत अन्य ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर आदेश को चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने स्पीकर को 24 जुलाई तक अयोग्यता मामले की कार्रवाई करने पर रोक लगा दी थी।
भोपाल में फिर 10 दिन का लॉकडाउन, आज रात 8 बजे से 4 अगस्त की सुबह तक बंद रहेगा
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर राज्य शासन ने 24 जुलाई की रात 8 बजे से 4 अगस्त की सुबह तक 10 दिन के लिए भोपाल में पूर्ण लॉकडाउन का फैसला लिया है। इस दौरान फल, सब्जी, दूध, दवा समेत अन्य अत्यावश्यक सेवाएं एवं उद्योग चालू रहेंगे। समीक्षा में शहर की एक हफ्ते की कोरोना संक्रमण दर 10.23 फीसद पाई, इसे देखते हुए यह फैसला किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से सतर्कता बरतने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने संक्रमण को रोकने के लिए होम क्वारंटाइन को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं जिन घरों में व्यवस्था हो, वहां होम आइसोलेशन के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया।
ढांचा विध्वंस मामले में आज भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का बयान होगा दर्ज
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ढांचा विध्वंस मामले में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई की विशेष अदालत (अयोध्या प्रकरण) में अपना बयान दर्ज कराएंगे। लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर निर्माण आंदोलन के अगुवा रहे हैं ऐसे में आज उनकी गवाही कई मायनों में बहुत अहम साबित होगी। 92 साल के भाजपा नेता एल के आडवाणी सीआरपीसी सेक्शन 313 के तहत आज अपना बयान दर्ज कराएंगे। वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अपना बयान देंगे। कोर्ट ने पहले ही इसके लिए व्यवस्था के निर्देश दे दिए हैं। भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही अपना बयान दर्ज कराया था। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विलादित ढांचा गिराए जाने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत को 31 अगस्त तक फैसला सुनाना है।
बिहार और असम में बाढ़ से तबाही, सैकड़ों लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है। असम और बिहार में बाढ़ से स्थिति और भयावह हो गयी। नेपाल में हो रही लगातार बारिश, बिहार की नदियों पर भारी पड़ रही है। हजारों लोगों की जान खतरे में है। आधा दर्जन जिले सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और पलामू, बाढ़ से बेहाल हैं और हाल फिलहाल राहत की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। पहले तटबंध टूटने और सड़कों के दरकने की खबरें आई और अब बाढ़ की वजह से एक के बाद एक हो रहे हादसों की खबरें आ रही हैं। वहीं असम में भी कुदरत की सबसे बड़ी मार पड़ी है। 25 जिलों में लगभग 88 लोगों की मौत हो चुकी है। 25 लाख लोगों को अपना आवास छोड़ कर सड़कों पर बने अस्थायी आश्रयगृह में शरण लेना पड़ रहा है। ब्रह्मपुत्र नदी उफान पर है। करीब करीब पूरा असम जल प्रलय झेल रहा है।
भारत-चीन सीमा मामले पर हो सकती है महत्वपूर्ण बैठक
भारत-चीन सीमा मामले पर गठित वर्किग मेकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोआर्डिनेशन (डब्ल्यूएमसीसी) की महत्वपूर्ण बैठक होने की संभावना है। इस बैठक की जानकारी उस रिपोर्ट के एक दिन बाद सामने आई कि जिसमें कहा गया था पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात सामान्य करने के मूड में नहीं है और पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में उसके 40,000 सैनिकों की लगातार तैनाती बनी हुई है। उल्लेखनीय है चीन पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से सेना पीछे हटाने पर बनी सहमति का सम्मान नहीं कर रहा है। कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता के दौरान यह सहमति बनी थी लेकिन वह अपने अडि़यल रुख पर कायम है।