महाभियोग प्रस्ताव का विवरण मीडिया को जारी करने से वेंकैया नाखुश
मुलाकात के बाद इस प्रस्ताव की जानकारियां सार्वजनिक भी कर दी गयी थी। प्रस्ताव में मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ लगाए गए तमाम आरोपों को भी खुले रूप से सार्वजनिक किया गया था।
नई दिल्ली, आइएएनएस : प्रधान न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस की पड़ताल से पहले ही उसका विवरण मीडिया को जारी किए जाने से उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू बेहद नाखुश हैं। उन्होंने राज्यसभा सचिवालय को इस बात का कोई पूर्व उदाहरण का पता लगाने के लिए कहा है। सूत्रों ने बताया कि वेंकैया नायडू इस बात से कतई खुश नहीं हैं कि महाभियोग प्रस्ताव का नोटिस उन्हें सौंपने के बाद विपक्षी पार्टियां सीधे मीडिया के समक्ष चली गईं और उन्होंने उच्च सदन के सभापति के फैसले की प्रतीक्षा भी नहीं की।
मालूम हो कि कांग्रेस के नेतृत्व में सपा, बसपा, माकपा, भाकपा, राकांपा और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसदों ने इस महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं।
कांग्रेस ने जेटली पर किया पलटवार
विपक्ष के महाभियोग प्रस्ताव के नोटिस को 'बदले की याचिका' बताने संबंधी वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयान पर कांग्रेस ने शनिवार को पलटवार किया। पार्टी ने कहा कि राइट साइड ऑफ पावर (सत्ता के साथ) होने की बजाय राइट (सही) होना ज्यादा महत्वपूर्ण है। पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर जेटली को याद दिलाया कि कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस सौमित्र सेन के मामले में संप्रग सरकार ने संवैधानिक प्रक्रिया का पालन किया था। साथ ही उन्होंने जेटली का एक वीडियो भी अटैच किया जिसमें जेटली महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं।