Move to Jagran APP

कोरोना को हराने के लिए सरकारी कंपनियों ने झोंकी पूरी ताकत, बीइएल बनाएगा 30000 वेंटीलेटर

आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की इकाईयों को तत्काल 13000 लीटर सैनेटाइजर देने को कहा गया है और वे रोजाना 3000 लीटर सैनेटाइजर बना रही हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 05 Apr 2020 06:02 PM (IST)Updated: Sun, 05 Apr 2020 08:14 PM (IST)
कोरोना को हराने के लिए सरकारी कंपनियों ने झोंकी पूरी ताकत, बीइएल बनाएगा 30000 वेंटीलेटर
कोरोना को हराने के लिए सरकारी कंपनियों ने झोंकी पूरी ताकत, बीइएल बनाएगा 30000 वेंटीलेटर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना महामारी को हराने के लिए बेहद अहम माने जा रहे वेंटीलेटर की देश में कमी दूर करने के लिए रक्षा मंत्रालय से जुड़ी सरकारी कंपनियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड ने डीआरडीओ के डिजाइन किए वेंटीलेटर का देश में ही बड़ी संख्या में निर्माण शुरू कर दिया है। वेंटीलेटर बनाने की इस बड़ी पहल के आगाज के साथ ही बीइएल अगले दो महीने में ही 30,000 वेंटीलेटर बनाकर उसे स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंप देगा।

loksabha election banner

स्वास्थ्य मंत्रालय बड़ी संख्या में वेंटीलेटर का प्रबंध कर रहा

कोरोना महामारी से प्रभावित मरीजों की संख्या में इजाफे की आशंका को देखते हुए पूर्व तैयारी करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय से जुडी पीएसयू कंपनियों से वेंटीलेटर समेत कई दूसरे चिकित्सा व बचाव उपकरणों का निर्माण करने को कहा है। आइसीयू में कोरोना प्रभावित मरीजों की जीवन रक्षा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय बड़ी संख्या में वेंटीलेटर का प्रबंध कर रहा है।

बीइएल ने वेंटीलेटर का निर्माण शुरू कर दिया 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसीलिए बीइएल को यह जिम्मा दिया है जिसने डीआरडीओ द्वारा विकसित वेंटीलेटर का निर्माण अपनी इकाईयों में शुरू कर दिया है। डीआरडीओ के डिजाइन किए इस वेंटीलेटर में मैसूर की मेसर्स एसकैनरी ने कुछ सुधार किया था जिसका बीइएल के साथ गठबंधन है।

आर्डिनेंस फैक्ट्री खराब वेंटीलेटरों की मरम्मत करने में जुटा

बीइएल जहां नये वेंटीलेटर का निर्माण कर रहा है, वहीं आर्डिनेंस फैक्ट्री मेडक कई अस्पतालों के खराब वेंटीलेटरों की मरम्मत कर उन्हें फिर से संचालन योग्य बना रहा है।

चिकित्साकर्मियों के लिए प्रोटेक्टिव पोशाक और मास्क की भारी जरूरत

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर तैनात चिकित्साकर्मियों और तमाम आवश्यक सेवाओं के लोगों के लिए प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट कवर ऑल पोशाक और मास्क की भी भारी जरूरत है। इसी को देखते हुए कानपुर, शाहजहांपुर, फिरोजबाद और चेन्नई की आर्डिनेंस फैक्ट्रीयां कवर आल और मास्क का विकास करने में जुटी हुई हैं। इन कंपनियों ने बेहद कम समय में ही इनका निर्माण करने के लिए स्पेशल हिट स्केलिंग मशीनों की भी व्यवस्था की है। ग्वालियर स्थित डीआरडीओ के प्रतिष्ठान ने कवरआल का डिजाइन परीक्षण कर इनके निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार जल्द ही आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की कई इकाईयां पांच से छह हजार पीस कवरआल का उत्पादन शुरू कर देंगी।

आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की इकाईयों को मिला 13000 लीटर सैनिटाइजर बनाने का ऑर्डर

कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए सैनिटाइजर की भारी जरूरत को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की इकाईयों ने बड़ी मात्रा में इनका भी निर्माण शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने एचएलएल लाइफकेयर को सेंनिटाइजरों की केंद्रीय खरीद के लिए नोडल एजेंसी बनाया है। आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की इकाईयों को तत्काल 13000 लीटर सैनेटाइजर देने को कहा गया है और वे रोजाना 3000 लीटर सैनेटाइजर बना रही हैं। कोरोना के खिलाफ सीधी जंग में आर्डिनेंस बोर्ड ने देश भर के अपने 10 अस्पतालों को भी विशेष रुप से तैयार करते हुए 280 आइसोलेशन बेडों की व्यवस्था की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.